#स्वयंफ़ेस्टिवल: पहले योग सिखा, पुलिस को बनाया दोस्त फिर रंगोली में दी एकदूसरे को चुनौती 

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   31 Dec 2016 11:21 AM GMT

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#स्वयंफ़ेस्टिवल: पहले योग सिखा, पुलिस को बनाया दोस्त फिर रंगोली में दी एकदूसरे को चुनौती बिट्टी देवी इंटर कॉलेज उदैतापुर में योग करती छात्राएं।

स्वयं डेस्क/कम्युनिटी जर्नलिस्ट : अजय मिश्रा (32 वर्ष)

कन्नौज। स्वयं फेस्टिवल का आज छठा दिन है। कन्नौज के बिट्टी देवी इंटर कॉलेज उदैतापुर में योग शिविर, पुलिस सत्र के तहत डायल 100, 1098 व रंगोली कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

देश के पहले ग्रामीण अखबार गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ पर 2-8 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश के 25 ज़िलों में स्वयं फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। आपका शहर कन्नौज भी इन 25 जिलों में शामिल है।

बिट्टी देवी इंटर कॉलेज उदैतापुर की छात्र-छात्राओं ने मुख्य योग शिक्षक एके सिंह के मार्गदर्शन में कई आसन सिखे। उन्होंने कहा कि योग रोजाना करना चाहिए, इससे शरीर स्वस्थ रहता है। करीब छह सौ छात्र-छात्राओं ने इस योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

लड़कियों से जब पूछा गया कि इससे पहले कभी योग किया था तो उनमें से कई ने जवाब दिया की बाबा रामदेव को योग बताते टीवी पर देखा था, और उनकी कापी करने का प्रयास किया। हां, मेरे पिता जी प्रतिदिन सुबह योग करने पार्क में जाते है।

इसके बाद कालेज में पुलिस सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें कन्नौज पुलिस की तरफ से आई टीम में आशा ज्योति कन्नौज की प्रभारी नीलम पाण्डेय, अब्दुल रफीक कन्नौज एसपी के पीआरओ व साइबर सर्विलांस के कुलदीप यादव ने उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से महिलाओं और लड़कियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं से रुबरू कराया।

इन योजनाओं में डायल 100 जिसमें सिर्फ 15 मिनट में पुलिस मौके पर पहुंचेगी, पुलिस वूमेन पावर लाइन-1090 की ताकत, महिला सम्मान प्रकोष्ठ, ईएफआईआर व उत्तर प्रदेश पुलिस की ‘ट्विटर सेवा’ के बारे में विस्तार से बताया। कालेज की छात्राओं ने इन योजनाओं को सुन कर खुशी जाहिर की। एक छात्रा ने कहा पुलिस से हमें डर लगता था पर योजनाओं को सुनकर लगता है कि पुलिस हमारी दोस्त है।

इसके बाद छात्राओं के लिए रंगोली की प्रतियोगिता रखी गई। इसमें पचास छात्राओं ने एक से बढ़कर एक रंगोली बनाई। कुछ रंगोली में देश की समस्याओं का चित्रण किया गया था।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

     

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