मोहित मिश्र, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
कन्नौज। सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगेगा पर ये सच है। तिर्वा में बिजली कनेक्शन की संख्या बढ़ चुकी है, लेकिन लोड कम हो गया है। बिजली विभाग की आमदनी में भी तीन गुना बढ़ोत्तरी हो गई है। इसका कारण अंडर ग्राउंड लाइन बिछना है। वहीं लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे लोगों को भी समस्या से निजात मिल गई है।
तिर्वा में अंडर ग्राउंड बिजली सप्लाई शुरू हो जाने की वजह से दुरुपयोग और चोरी रुकी है। अब कनेक्शन लेने के सिवाय कोई ऑप्शन नहीं है। नई लाइन पड़ने से अब लोग एलईडी का भी प्रयोग कर रहे हैं। रात के समय निकलने पर तिर्वा में लोगों के घरों के बाहर अब बल्ब नहीं दिखते हैं। मीटर की लाइट ही जलती है। वहीं लो वोल्टेज की समस्या से परेशान लोगों को भी राहत मिली है। लो वोल्टेज के कारण बिजली के उपकरण शोपीस बने हुए थे।
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बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता पी. राम ने बताया, “दो साल पहले वर्ष 2014-15 में तिर्वा विद्युत उपकेन्द्र से 2200 संयोजन थे। प्रतिमाह 15 से 16 लाख रुपए का राजस्व आता था। वर्तमान में संयोजनों की संख्या 5500 प्लस है। वहीं राजस्व 60 से 65 लाख रुपए आ रहा है।” अधिशाषी अभियंता आगे बताते हैं, “पहले ऊर्जा खपत यानी फीडर लोडिंग 200 एम्पियर थी। अब घटकर 120 से 130 एम्पियर हो गई।
लोड घटा है, कनेक्शन बढ़े हैं। बिजली अच्छी मिल रही है। वोल्टेज में भी सुधार हुआ है।” दुर्गानगर निवासी विजय कुमार (55वर्ष) बताते हैं, “ अब वोल्टेज ठीक आने लगा है। गर्मी में कभी-कभी कटौती जरूर हो जाती है।” वहीं जवाहरनगर निवासी त्रिलोकीनाथ मिश्र (41वर्ष) का कहना है, “अंडर ग्राउंड लाइन से बिजली चोरी काफी रुकी है। वाल्टेज में सुधार हुआ है। पहले दो महीने में बिल आता था पर अब हर महीने उतना बिल आने लगा है।”
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बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता पी. राम ने बताया, पहले ऊर्जा खपत यानी फीडर लोडिंग 200 एम्पियर थी। अब घटकर 120 से 130 एम्पियर हो गई। लोड घटा है, कनेक्शन बढ़े हैं। बिजली अच्छी मिल रही है। वोल्टेज में भी सुधार हुआ है।
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