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परिवहन विभाग अपने घाटे की भरपाई करेगा दैनिक यात्रियों से 

Swayam Project

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। घाटे से जूझ रही लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने अपने घाटे की भरपाई के लिए मासिक पास दर में बढ़ोत्तरी कर दी है। जिससे एमएसटी धारकों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है।

इंदिरा नगर में रहने वाली ईला शर्मा (23 वर्ष) बताती है, “अब एमएसटी बनवाने का कोई फायदा ही नहीं है। जितना पैसा रोज के टिकट में देते हैं उतना ही एमएसटी में देना पड़ेगा। रोज सफर करने वालों की बजाय जो कभी-कभी सफर करते हैं उनका किराया बढ़ाना चाहिए था।”

सिटी बस प्रबंधन ने 100 रुपए से लेकर 130 रुपए तक की एमएसटी की दर बढ़ा दी है। पहले 20 किलोमीटर से ऊपर जहां जनरल एमएसटी के लिए 80 रुपए खर्च करने पड़ते थे, वहीं अब इसके लिए 130 रुपए चुकाने होंगे। 10वीं कक्षा तक के छात्र और सीनियर सिटीजन की एमएसटी की दरों में फिलहाल सिटी बस प्रबंधन ने कोई तब्दीली नहीं की है।

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प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहीं अवंतिका टंडन (26 वर्ष) बताती हैं, “मैं रोज बस से भीड़ होने के बावजूद सफर करती हूं, क्योंकि ऑटो में ज्यादा पैसा देना पड़ता है। अब ऑटो में ही सफर बेहतर होगा। क्योंकि जितने पैसे बस में देने होंगे उतना ऑटों में देकर आराम से ही चले जाएंगे।” जून महीने में स्कूल, कॉलेज व कोचिंग सेंटर बंद होने से सिटी बस में एमएसटी धारक स्कूली छात्र-छात्राओं की कमी हो गई है।

लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के एमडी ए.रहमान ने बताया, जून के महीने में ज्यादातर कॉलेज स्कूल बंद रहते है इसलिए सिटी बस प्रंबधन ने किराए बढ़ाने का फैसला लिया है। कुछ ही किराया बढ़ाया गया है, इससे यात्रियों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी।

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