कानपुर देहात/लखनऊ/वाराणसी/एटा। महिलाओं की ज़िंदगी से जुड़ा अहम मुद्दा, जिस पर खुल कर बात ही नहीं होती। बड़े शहरों में हालात जरूर थोड़े बदले हैं लेकिन गांव और कस्बों में अभी ये चुप्पी का मुद्दा है, शर्म और संकोच से जोड़ कर देखा जाता है। गाँव की महिलाएं न घर में बात कर पाती हैं, न ही अपनी बेटियों को इस बारे विस्तार से बता पाती हैं, जिस कारण गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं। आप को जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ साफ सफाई के अभाव में ही एक चौथाई महिलाओं को यूरिन और फंगल इंफेक्शन हो जाता है।
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गाँव कनेक्शन फाउंडेशन ‘विश्व माहवारी दिवस’ के अवसर पर आज उत्तर प्रदेश के 25 जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं, युवतियों और छात्राओं को माहवारी के प्रति जागरूक कर रहा है। उनसे इस विषय पर न सिर्फ खुलकर बातें की जा रही हैं बल्कि उनको इससे होनी वाली बीमारियों से जागरूक किया जा रहा है।
एटा के मारहरा ब्लॉक में विश्वमाहवारी दिवस के अवसर पर गाँव कनेक्शन फाउंडेशन द्वारा आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में स्वास्थ्य निरीक्षका सुनील कुमारी प्रोग्राम में मौजूद महिलाओ और किशोरियों को जानकारी दे गई तो वहीं कानपुर देहात मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर सरवनखेड़ा ब्लॉक में विशेषज्ञों की मौजूदगी में जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी तरह वाराणसी, गोंडा, एटा, मलिहाबाद में महिलाओं और युवतियों को जागरूक किया जा रहा है।
गाँव कनेक्शन फाउंडेशन द्वारा रायबरेली जिले के कुन्दनगंज ब्लॉक में महिलाओं और किशोरियों के बीच माहवारी विषय और इससे जुड़ी समस्याओं पर खुली चर्चा हुयी।बैठक में मौजूद प्रदेश सरकार द्वारा रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार व गाँव कनेक्शन अखबार द्वारा स्वयं अवार्ड 2016 से सम्मानित आरती सिंह और स्वस्थ विभाग रायबरेली के ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर धर्मेंद्र सिंह ने महिलाओ व किशोरियों को जागरूक किया।