स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
दुद्धी (सोनभद्र)। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड मुम्बई की चार सदस्यीय टीम ने निर्माणाधीन कनहर सिंचाई परियोजना के निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर जायजा लिया।
इस टीम में नाबार्ड के एजीएम राजेश यादव , प्रबंधन महेश्वर दास, नाबार्ड के सलाहकार बीएल सचान व सिंचाई विभाग से पीके गुप्ता ने परियोजना की समीक्षा की। इस दौरान मुख्य अभियन्ता गोविन्द चन्द्र ने अपने इंजीनियरों के साथ विभिन्न जगहों के निर्माण कार्यों का निरीक्षण कराया और नाबार्ड से मिले धन के हुए खर्च का ब्यौरा दिया।
निरीक्षण के दौरान सबसे पहले चोपन ब्लॉक के कुड़वा गाँव में निर्माणाधीन सुरंग नहर (टनल) के निर्माण कार्यो को अंदर जा कर देखा गया। टनल का कार्य वर्तमान में करीब 300 मीटर तक पूरा हो चूका है। इसके साथ साथ टनल कार्य प्रगति की तकनिकी जानकारी ली गई। उसके बाद उनका काफिला कोलहिनडूबा स्थित निर्माणधीन एक्वाडक्ट के निर्माण कार्यों को देखा।
ये भी पढ़ें- यूपी : बजट के अभाव में बंद कनहर सिंचाई परियोजना
नाबार्ड के एजीएम राजेश यादव ने बताया, “नाबार्ड से 727 करोड़ की धनराशि की उपयोगिता को देखने के लिए यह निरीक्षण किया गया है। इसकी एक रिपोर्ट नाबार्ड द्वारा शासन को भेजी जाएगी,जिसकी संस्तुति के बाद नाबार्ड फिर से राशि देगी।” निरीक्षण में टीम मुख्य बांध स्थल अमवार भी पहुंची और नदी के मध्य बन रहे बांध का अहम हिस्सा स्पिलवे का स्थलीय निरीक्षण किया व चल रहे निर्माण कार्य में कई तकनिकी सवाल किए और गुणवत्ता की स्थिति जांची।
कनहर सिंचाई परियोजना मुख्य अभियन्ता गोविंदचंद्र ने बताया कि 1153 करोड़ रुपए अब तक निर्माण कार्यों में खर्च हो चुके हैं परियोजना निर्माण में अब तक नाबार्ड से 727 करोड़ की राशि मिली है और राज्य सरकार से 35 करोड़ रुपए मिले हैं, जबकि 1,201 करोड़ रुपए की डिमांड की गयी है।”
ये भी पढ़ें- करीब आठ अरब रुपए की बटेश्वरस्थान गंगा पंप नहर सिंचाई परियोजना के उद्घाटन से पहले कैनाल की दीवार टूटी
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।