चित्रकूट। जहां एक ओर किसान खेती से दूर हट रहे हैं, वहीं एक किसान धान-गेहूं की खेती छोड़कर अमरूद का बाग लगाकर एक वर्ष में लाख रुपए से अधिक कमा रहे हैं। चित्रकूट जिले के ददरी गाँव के किशोरी लाल (65 वर्ष) ने दूसरी फसलों में कमाई न होने पर अपने नौ बीघा खेत में अमरूद की बाग लगा दिया। आज उन्हीं बाग से लाखों की कमाई होती है। लखनऊ एल 49 वैराइटी के यहां के अमरूद में मिठास तो है ही, साथ ही अमरूद में बीज भी कम होते हैं।
कमाई से खरीद लिया ट्रैक्टर
किशोरी लाल बताते हैं, “हमारी तरफ सिंचाई की बहुत अच्छी व्यवस्था नहीं है, जिससे हमें दूसरी फसलों में अच्छी आमदनी नहीं हो पाती थी। उद्यान विभाग की सहायता से मुझे पौधे मिल गए थे। अब उसी से अच्छी कमाई हो जाती है।” वो आगे कहते हैं, “इसी की कमाई से मैंने ट्रैक्टर भी खरीद लिया है।”
और किसान भी हुए प्रेरित
किशोरी लाल को उद्यान विभाग की तरफ से अच्छी अमरूद बाग के लिए सम्मानित भी किया है। किशोरी लाल को देखकर उनके गाँव के बृज नारायण वर्मा और भइया लाल सिंह ने भी पांच-पांच बीघा में अमरूद की बाग लगा ली है।
बिक्री की भी कोई दिक्कत नहीं
किशोरी लाल कहते हैं, “अमरूद को बेचने में भी कोई परेशानी नहीं होती है। व्यापारी खुद ही बाग से ही फल खरीद ले जाते हैं। यहां की मंडियों में यही से अमरूद चला जाता है।”