उपदेश कुमार/ स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
बिल्हौर। क्षेत्र की 32 साधन सहकारियों समितियां से अब किसानों को हाईटेक ढंग से खाद – बीज मिलेगा। अब साधन सहकारी समितियों से किसानों को स्वैप मशीन से ही खाद-बीज और कीटनाशक मिलने के लिए अत्याधुनिक मशीने लगाई जा रही हैं।
शासन से आए निर्देशों पर अफसरों ने यह प्रक्रिया शुरू की है। प्रक्रिया शुरू होने से अनाधिकृत रूप से कालाबाजारी होने वाले खाद-बीज पर पूरी तरह पाबंदी लग सकेगी। इसके साथ ही किसानों को अब भूमि के आधार पर निर्धारित मानक में खाद, बीज आदि मिल सकेंगे। ककवन, शिवराजपुर, चौबेपुर और बिल्हौर समितियों में तैनात सचिव अब आने वाले किसानों का पंजीयन करने के बाद स्वैप मशीन के माध्यम से पैसा लेकर खाद-बीज आवंटित करेंगे।
- शासन से आए निर्देशों के बाद साधन सहकारी समितियों हुई हाईटेक
- इससे कालाबाजारी रोकने, सीमांत किसानों को मिल रहा लाभ
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एडीओ कॉपरेटिव राकेश पाल के मुताबिक ब्लॉक की सभी समितियों को पीओएस सिस्टम से लैस किया जाएगा। प्रक्रिया में खरीददारी करते समय किसानों का अंगूठा का निशान भी लिया जाएगा। इस प्रक्रिया से अब दूसरे किसानों के कागज दिखाकर खाद-बीज खरीदने वाले तथाकथित लोगों पर पूरी तरह पाबंदी लग जाएगी। जिस किसान के बाद जितनी भूमि होगी उसे उसी दर से आवंटन मिलेगा। ककवन, वछना, दलेलपुर, विषधन, बिल्हौर,अरौल, सैबसू आदि गाँवों के किसानों को इसका लाभ मिलेगा। समिति में सभी पंजीकृत किसानों पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज मिल सकेगा, आधार कार्ड और अंगूठे के निशान से अब कालाबाजारी पर पूरी तरह रोक लग जाएगी।
साधन सहकारी समितियों पर लगाई जा रहीं पीएसओ मशीन
जिला कृषि अधिकारी मनीष कुमार कहते हैं, “जनपद में पीएसओ मशीन सभी साधन सहकारी समितियों, सहकारी संघों में स्थापित कराई जा रही हैं, इसका मुख्य उद्देश्य कालाबाजारी पर रोक और छोटे किसानों तक सरकार की अनुदान सुविधाएं पहुंचाना है। शासन देश के मुताबिक अब निजी क्षेत्र के खाद, बीज, पेस्टीसाइड, कीटनाशक विक्रेताओं को भी स्वैप मशीन के माध्यम से ही बिक्री करनी पड़ेगी। जल्द ही यह व्यवस्था भी लागू की जाएगी।”
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