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सड़क पर मवेशी बांधने वाले जाएंगे जेल: जिलाधिकारी

Swayam Project

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

इलाहाबाद। शहर की सड़कें अवैध कब्जे से भरी पड़ी हैं, जिनमें एक बड़ा तबका सड़क पर मवेशी बांधने वालों का है। सड़क पर मवेशी बांधने और मवेशियों को खुला छोड़ देने से शहर में आए दिन दुर्घटनाएं हो रही थीं। कई बार लोग इन मवेशियों के हमले में बुरी तरह घायल हो जाते हैं। दो दिन पहले इन मवेशियों के हमले में विवेकानन्द नगर में तीन स्कूली छात्राएं चोटिल ही गई थीं, इस पर जिलाधिकारी संजय कुमार ने सड़क पर मवेशी रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेजने का आदेश दिया है।

जिलाधिकारी ने जारी आदेश में कहा है कि ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए एक बार ऐसे लोगों को हिदायत देकर फैसले की जानकारी दे दी जाए। पुनः ऐसा करते हुए पाए जाने पर सम्बंधित पशुपालक की गिरफ्तारी सुनिश्चित करते हुए जेल भेजने की कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी संजय कुमार ने नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, सिचाई गंगा प्रदूषण नियंत्रण ईकाई, नेशनल हाइवे के अधिकारियों के साथ बैठक में आदेश देते हुए कहा कि सड़क पर मवेशी रखने और गोबर इकट्ठा करने वालों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर जेल भेजा जाए।

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यहां है बड़े स्तर पर कब्जा

जिले में सड़क पर मवेशी रखने वालों की संख्या गाँवों से अधिक शहरी क्षेत्र में है। शहर के दारागंज, अल्लापुर, बघाड़ा, पुराने इलाहाबाद, प्रीतम नगर, सुलेमसराय, खुल्दाबाद, करेली, इलाकों में बड़े स्तर पर सड़क पर मवेशियों को पालने का काम किया जा रहा है।

बघाड़ा निवासी रमेश सिंह (46 वर्ष) का कहना है, “जिलाधिकारी का यह आदेश स्वागत योग्य है। इससे शहर के पशुपालकों पर बहुत असर पड़ेगा।”वहीं तेलियरगंज निवासी मनोज शुक्ला (35 वर्ष)का कहना है, “पशुओं की वजह से सड़क पर चलना दूभर हो गया है। आधी सड़क तो इनके ही कब्जे में रहती है।”

जिलाधिकारी संजय कुमार ने बताया सड़क पर मौजूद मवेशी और लावारिश पशुओं को हटाने का आदेश दिया गया है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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