डॉ. पुनीत मनीषी, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
शाहजहांपुर। बरसात और बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है। इस कड़ी में जिलाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह ने कलान तहसील के विकास खंड मिर्जापुर के कई गांवों का दौरा किया, जो रामगंगा नदी के तट पर या आसपास बसे हुए हैं। जिलाधिकारी ने बाढ़ से बचाव के लिए अपने मातहतों को निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित पहरूआ, कुनिया, हरिहरपुर, मौजमपुर आदि गांवों से सटकर बहने वाली रामगंगा नदी का निरीक्षण करने के बाद उपजिलाधिकारी और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि वे नदी के बीचो-बीच इकठ्ठा रेत को उठवाएं। साथ ही उन्होंने नदी की कटान को रोकने के लिए रेत की बोरियां डलवाने को कहा।
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गाँव के चोखेलाल (56 वर्ष) ने बताया, “पिछली बार बाढ़ में प्राथमिक विद्यालय का स्कूल आधा बाढ़ में बह गया। अब गाँव की तरफ नदी का कटान बढ़ गया है।” निरीक्षण के लिए आए जिलाधिकारी के सामने लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं।” जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी कलान और अपर जिलाधिकारी को भूमिगत जल की जांच कराने और सोलर पम्प लगाने के निर्देश दिए।
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