Gaon Connection Logo

यूपी : शिक्षक दिवस पर हुयी बड़ी चूक, बिना कार्यक्रम के बंद हुए स्कूल  

Primary schools

शुभम मिश्र/आशीष पांडेय, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

गुगरापुर (कन्नौज)। शिक्षक दिवस पर बच्चों की ओर से शौचालय तथा सफाई को लेकर पत्र लिखे जाने को लेकर जब कुछ स्कूलों की ‘गांव कनेक्शन’ ने पड़ताल की तो पता चला समय से पहले विद्यालय बंद हो गए। कई जगह शिक्षकों को जानकारी ही नहीं थी कि पत्र लिखवाना है।

जिला मुख्यालय कन्नौज से 28 किमी दूर बसे गुगरापुर ब्लाक क्षेत्र के गांव गुरगुजपुर प्राथमिक विद्यालय में मंगलवार को पूर्वान्ह 11.40 बजे ताला लटक रहा था। यहां के निवासी 48 वर्षीय श्रवण कुमार ने बताया कि, “यह स्कूल तो 11 बजकर 20 मिनट पर बंद हो गया था। यहां के शिक्षकों का रवैया बहुत खराब है। पता नहीं क्यों अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं।”

ये भी पढ़ें-पहले ही दिन खराब हुई लखनऊ मेट्रो, सीढ़ी से निकाला गया फंसे यात्रियों को, देखें वीडियो

जब गाँव कनेक्शन ने आगे पड़ताल की तो पूर्व माध्यमिक विद्यालय गुरगुजपुर खुला मिला। यहां तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापिका चेतना ने गाँव कनेक्शन को बताया कि पत्र लेखन के बारे में हमे कोई जानकारी नहीं दी गई। और जब जानकारी ही नहीं तो भला हम क्या लिखवाते।”

प्राथमिक स्कूल बढौरा में दोपहर 12 बजे सन्नाटा था। दरवाजे बंद थे और ताला लगा था। गांव वालों ने बताया कि 11 बजे मास्टर साहब स्कूल बंदकर चले गए। इंचार्ज प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार यादव, अरूण कुमार और विमलेश कुमार सहायक अध्यापक तैनात हैं।

डीपीसी शिवम दिवेदी कहते हैं कि “कुछ जगह से मेरे पास फोन भी आए कि विद्यालय बंद हैं। जब एक स्कूल में कार्यक्रम कराने के बाद आगे के स्कूलों में पहुंचे तो बंद मिले।”

ये भी पढ़ें-यूपी : कोऑपरेटिव बैंक के कर्मचारियों ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दिए 13.72 लाख

बीएसए अखंड प्रताप सिंह से जब इस बारे में बात की गई तो वह गोलमोल जवाब दिए। उन्होंने बताया “आज स्कूलों में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाने के निर्देष दिए थे कि पूरे दिन कार्यक्रम करें।” दोपहर एक बजे स्कूल बंद होने के सवाल पर वह चुप्पी साध गए।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

More Posts

यूपी में दस कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगाई रोक; कहीं आप भी तो नहीं करते हैं इनका इस्तेमाल

बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने...

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...

छत्तीसगढ़: बदलने लगी नक्सली इलाकों की तस्वीर, खाली पड़े बीएसएफ कैंप में चलने लगे हैं हॉस्टल और स्कूल

कभी नक्सलवाद के लिए बदनाम छत्तीसगढ़ में इन दिनों आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलने लगी है; क्योंकि अब उन्हें...