जीत नाग, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
बेलहरा (बाराबंकी)। लाखों रुपए खर्च करके गाँव में बनाया गया पंचायत भवन विभागीय आधिकारियों की लापरवाही के कारण बदहाल पड़ा है। इन भवनों का प्रयोग ग्रामीण भूसा और कंडा रखने के लिए कर रहे हैं।जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित विकास खण्ड सूरतगंज के ग्राम पंचायत भिरिया में सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च करके पंचायत भवन का निर्माण कराया गया था।
इस भवन के बनाने का उद्देश्य गाँव में एक सुनिश्चित तरीके से सभा लगाकर गाँव की समस्याओं को हल करना था और ग्राम पंचायत में होने वाले सभी प्रकार की बैठक व कार्य योजना पंचायत भवन में कराना था, लेकिन संबंधित अधिकारियों की लापरवाही व अनदेखी के चलते धीरे-धीरे इसका अस्तित्व खत्म हो चुका है। एक वीरान भवन के अलावा कुछ भी नहीं है।
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ग्रामीण इस भवन में भूसा व कंडा भर रखे हैं। गाँव के राम विजय (45 वर्ष) बताते हैं, “इस पंचायत भवन का निर्माण करीब 40 वर्ष पहले हुआ था। यहां पर ग्राम प्रधान द्वारा गाँव की समस्या के मामले सुलझाए जाते थे, लेकिन आज यह खुद ही बदहाली की समस्या झेल रहा है”। इसी गाँव के देवेन्द्र अवस्थी (50 वर्ष) बताते हैं, “कई वर्षों से इस पंचायत भवन की मरम्मत न होने से यह बिल्कुल विऱान हो चुका है”। ग्रामीण गुड्डू चौहान (30 वर्ष) का कहना है, “हमारे गाँव का पंचायत भवन दिन पर दिन खण्डहर होता जा रहा है। यहां पर गाँव के ही कुछ लोगों ने भूसा व कंडा रखना शुरू कर दिया है।”
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प्रधान राकेश मिश्रा ने बताया हमारे गाँव में पंचायत भवन का निर्माण वर्ष 1980 में हुआ था तब से कई लोग इस गाँव की प्रधानी कर चुके हैं पर उसकी दशा आज भी बदहाल है। गाँव के लोग वहां पर कंडा पाथकर रखते हैं। जल्द से जल्द इसकी मरम्मत के लिए प्रस्ताव रखा गया है।
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