गाजियाबाद। प्रदेश में नई सरकार आने के बाद गाँव में बिजली आपूर्ति की स्थिति तो सुधरी है, बावजूद इसके कयी गाँव प्रशासनिक उदासीनता के कारण अंधेरे में हैं। जी हां, जनपद के शाहपुर बम्हेटा गाँव की समस्या बिजली न आने की नहीं, बल्कि यहां स्थित बिजली के खंभों में स्ट्रीट लाइट्स का खराब हो जाना है। इससे कारण गाँव की सड़कों व मुख्य मार्गों पर अंधेरा बना रहता है। अंधेरे के कारण गाँव के बुजुर्गों को अंधेरे में बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है।
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ग्रामीणों को सुविधा देने के लिए बिजली विभाग ने बिजली के खंभों पर टयूबलाइट की व्यवस्था की है, लेकिन देखरेख के कारण ज्यादातर टयूबलाइट खराब हो चुके हैं। वहीं गाँव के कुछ शरारती तत्वों ने कुछ टयूबलाइट को फोड़ दिया है, जिससे रात में सड़कों और गलियों में अंधेरा पसरा रहता है। ग्रामीणों का कहना है अंधेरे के कारण बरसाती कीड़ों और जनवरों का घर में प्रवेश करने का डर बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है, संबंधित विभाग में कई बार शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका।
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ग्रामीण राम प्रकाश (68वर्ष) ने बताया, “गाँवों में ज्यादातर बुजुर्ग घर के बाहर अपने दरवाजे पर बैठना पसंद करते हैं। घर के बाहर लगे खंभों की लाइट खराब होने से मच्छरों, कीडें- मकौड़ों के साथ-साथ सांप-बिच्छुओं का डर बना रहता है।”
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वहीं, इसी गाँव के रहने वाले प्रमोद (40वर्ष) ने बताया,“ सड़कों पर अंधेरा होने से बच्चे भी परेशान हैं, वो भी अपने घरों के सामने अंधेरा होने के कारण न तो खेल पा रहे हैं और न ही पढ़ाई कर पा रहे है। जिनका छोटा घर है और लोग ज्यादा हैं, उन्हें ज्यादा समस्या हो रही है। गाँवों में ज्यादातर लोग बाहर सोना पसंद करते हैं, लेकिन बरसाती कीड़ों जानवरों व अंधेरे के कारण उन्हे अंदर सोना पड़ रहा है।” इसी गाँव के रहने वाले मनोज (35वर्ष) का कहना है,“ गाँव के लोगों ने इसकी कई बार शिकायत बिजली विभाग में दर्ज कराई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।”
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