Gaon Connection Logo

गरीबों के पट्टे प्रधान और लेखपाल ने दे दिए अमीरों को

Auraiya

एसके धुनिया, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

औरैया। शहर के एक करीबी गाँव में पूर्व प्रधान और लेखपाल ने रुपये लेकर गरीबों के पट्टे अमीरों के नाम कर दिए। बेशकीमती जमीन पर निर्माण कार्य होने की भनक लगने पर ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत की। डीएम ने मामले में जांच कमेटी बनाकर तहसीलदार को मुआयने का कार्य सौंपा है। तहसीलदार ने जांच कर डीएम को आख्या दे दी है ।

जिला मुख्यालय से 11 किलोमीटर दूर गाँव सुरान में पूर्व प्रधान सुघर सिंह और लेखपाल ने गरीबों को मिले पट्टे की जमीन को दूसरे के नाम बैनामा कर दिया। जिस जमीन का पट्टा किया गया है वह बहुत ही कीमती जमीन है। सड़क के किनारे की जमीन का पट्टा गाँव के गरीब लोगों को घूरा डालने के लिए आवंटित किए गए थे।

गाँव से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

आवंटित घूरे के गड्ढों की जमीन की कीमत लाखों में होने की वजह से जिस प्रधान ने आवंटन कराया था। उसी प्रधान ने उन पट्टों की जमीन को गांव के ही अमीर लोगों को बैनामा कर दी है। लोगों को भनक तब हुई जब उस जमीन पर निर्माण कार्य शुरू हो गया। लोगों ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी जय प्रकाश सगर से की और जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की। डीएम ने मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर जमीन का मुआयना करने की जिम्मेदारी सदर नायब तहसीलदार निधि पाण्डेय को दी है।

ये भी पढ़ें : औरैया में समय से सड़कों को करें गड्ढा मुक्त : डीएम

शहर नायब तहसीलदार निधि पाण्डेय और ग्रामीण नायब तहसीलदार शमशेर सिंह के साथ मौके पर जाकर मुआयना किया है, जिसमें जमीन गांव के लोगों के नाम घूरा के लिए किए पट्टे की है। जब कि प्रधान और लेखपाल ने अनैतिक रूप से जमीन का बैनामा किया है। तहसीलदार ने मामले की आख्या डीएम को भेज दी है।

गाँव के पूर्व प्रधान सुघर सिंह ने बताया घूरे के गड्ढों का बैनामा न कर सार्वजनिक बैठक में आवंटन किया था। प्रधानी का कार्यकाल खत्म होने के बावजूद जमीन में संलिप्त होने के सवाल पर प्रधान जवाब नहीं दे पाया। सुरान गांव के लेखपाल सुमित पाल का कहना है,“ पूर्व प्रधान ने तथ्य छिपाकर ये काम कराया है। कुछ समय पहले ही सुरान का चार्ज मिला है। इसलिए पहले क्या हुआ उन्हें कोई पता नहीं है ।”

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

More Posts

मोटे अनाज की MSP पर खरीद के लिए यूपी में रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है, जानिए क्या है इसका तरीका?  

उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाजों की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। जो किसान भाई बहन मिलेट्स(श्री...

यूपी में दस कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगाई रोक; कहीं आप भी तो नहीं करते हैं इनका इस्तेमाल

बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने...

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...