#स्वयंफेस्टिवल: लखीमपुर के किसानों ने जानें फसलों की पैदावार बढ़ाने के नुस्खे

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#स्वयंफेस्टिवल: लखीमपुर के किसानों ने जानें फसलों की पैदावार बढ़ाने के नुस्खेलखीमपुर के निबौरिया गाँव में किसान गोष्ठी के दौरान किसानों की समस्याओं का निदान करते कृषि विशेषज्ञ।

विकास सिंह तोमर (कम्युनिटी रिपोर्टर) 34 वर्ष

स्वयं डेस्क

स्वयं फेस्टिवल: सातवां दिन। स्थान: निबौरिया गाँव, लखीमपुर।

लखीमपुर। किसान अगर केवल दवा के प्रयोग की जागरूकता पर ध्यान दे तो अपनी पैदावार 4 से 5 क्विंटल प्रति एकड़ बढ़ा सकता है। इतना ही नहीं, किसान अगर फसलों में रोगों का उपचार उनके लगने के बाद नहीं, बल्कि पहले से कर ले तो वह अपनी फसल में अच्छी पैदावार पा सकता है। लखीमपुर के निघासन क्षेत्र के निबौरिया गाँव में किसानों को फसलों की पैदावार बढ़ाने की कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं। यह मौका था गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर उत्तर प्रदेश के 25 जिलों में 2 से 8 दिसंबर तक मनाए जा रहे स्वयं फेस्टिवल के तहत एक कार्यक्रम किसान गोष्ठी का, जहां जिला विकास अधिकारी और कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को खेती-किसानी की जानकारियां दीं। बता दें कि स्वयं फेस्टिवल के तहत उत्तर प्रदेश में 1000 कार्यक्रमों का आयोजन एक सप्ताह में किया जा रहा है।

सब्जियों की भी खेती करें किसान

स्वयं फेस्टिवल के अंतिम दिन निबौरियां गाँव में किसान गोष्ठी के दौरान कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि किसानों को गेहूं और धान की खेती के अलावा सब्जियों की खेती पर भी ध्यान देना चाहिए। किसान न सिर्फ सब्जियों का अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अच्छा मुनाफा कमाकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं। इस दौरान जिला विकास अधिकारी अजय कुमार सिंह ने किसानों को एकजुट होकर कृषि कार्य करने का सुझाव दिया।

किसानों ने जाना यूपी 100 और 1090

कार्यक्रम के दौरान यूपी पुलिस की ओर से विशेष सत्र भी आयोजित किया गया। इस दौरान पुलिस अधिकारी टीएन मिश्र ने ग्रामीणों को यूपी पुलिस की आमजन के लिए नई सेवाओं के बारे में जागरूक किया। उन्होंने सबसे पहले यूपी 100 के बारे में बताया यूपी 100 पूरे प्रदेश के लिए है। इस हेल्पलाइन की खासियत यह है कि आपदा में फंसे किसी व्यक्ति की सूचना पर 15 से 20 मिनट के भीतर पुलिस मौके पर पहुंचेगी। इसके लिए राजधानी लखनऊ में एक अत्याधुनिक केंद्र स्थापित किया गया है। यह कॉलसेंटर है। लगभग 300 सीटों के इस कॉलसेंटर में आने वाली सभी कॉल्स रिकॉर्ड होंगी और यह वायरलैस, मोबाइल और इंटरनेट आदि से जुड़ा होगा। इसके अधीन वाहनों में जीपीएस प्रणाली लगी है जो तत्काल शिकायतकर्ता या सूचना देने वाले की लोकेशन बता देता है।

महिलाओं के लिए 1090

वहीं, उन्होंने महिलाओं के लिए यूपी पुलिस की हेल्पलाइन 1090 के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि एक राज्य, एक नंबर 1090 कोई भी पीड़ित महिला या उसकी महिला रिश्तेदार अपनी शिकायत इस नंबर पर नि:शुल्क दर्ज करवा सकती है। शिकायत करने वाली महिला की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। पीड़िता को किसी भी हालत में पुलिस थाने या किसी आफिस में नहीं बुलाया जाएगा। हेल्पलाइन में हर हाल में महिला पुलिस अधिकारी ही पीड़िता की शिकायत दर्ज करेगी। इसके अलावा यूपी पुलिस की टिवटर सेवा, साइबर क्राइम, ई-एफआरआर समेत कई सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई।

क्या बोले ग्रामीण

कार्यक्रम के बाद ग्रामीण रामसंजीवन ने बताया कि गाँव कनेक्शन की यह पहल सराहनीय है। किसान गोष्ठी के जरिये हम किसानों को जहां कई जानकारियां मिलीं, वहीं हमने यूपी पुलिस के बदलते स्वरूप के बारे में जाना। हमारे गाँव में इस कार्यक्रम के जरिये ग्रामीणों को काफी सहयोग मिला।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

    

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