#स्वयंफेस्टिवल: हंसते-हंसते बच्चों ने सीख लिया हाथ धोने का सही तरीका

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
#स्वयंफेस्टिवल: हंसते-हंसते बच्चों ने सीख लिया हाथ धोने का सही तरीकासिद्धार्थनगर के नौगढ़ ब्लॉक के दुमदुमवा गाँव में बच्चों को हाथ धुलने का तरीका बताते अब्दुल क़ादिर।

सिद्धार्थनगर। “अगर हम गंदे हाथों से खाना खाएंगे तो हमारे पेट में कीड़े पड़ जाएंगे और हम बीमार हो जाएंगे। इसलिए अब मैं जब भी खाना खाऊंगी तो सबसे पहले हाथ धोऊंगी, वह भी जैसे हमने अभी सीखा।“ यह कहना है कि नन्ही लड़की साजिया का। साजिया सिद्धार्थनगर के नौगढ़ ब्लॉक के दुमदुमवा गाँव में एक मदरसे में पढ़ाई करती हैं। गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर 25 जिलों में मनाए जा रहे ‘स्वयं फेस्टिवल’ के दूसरे दिन दुमदुमवा गाँव में एक मदरसे में बच्चों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। अहमद सेवा संस्थान के सहयोग से लगे इस शिविर में बच्चों को हाथ धोने का सही तरीका बताया गया। बता दें कि गाँव कनेक्शन की ओर से 25 जिलों में स्वयं फेस्टिवल में 1000 इवेंट 2 से 8 दिसंबर तक कराए जा रहे हैं।

बच्चो…ऐसे करिये हाथ साफ

मदरसे में शिविर के दौरान अहमद सेवा संस्थान के अब्दुल कादिर ने बच्चों को बताया कि अगर हमारे हाथ गंदे रहते हैं और हाथ से बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और इससे हम बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम अपने हाथों को साफ रखें। इसलिए जरूरी है कि हम अपने हाथों को 30 सेकेंड तक अच्छे से साफ करें और अंगुलियों के बीच और हथेलियों को नाखूनों से गोल-गोल घुमाकर साफ करें। इस मौके पर अब्दुल कादिर ने बच्चों को साबुन से सही तरह से हाथ धुलना भी सिखाया और साथ ही बच्चों ने भी अपने हाथों को सही से साफ करने का तरीका सीखा। इस शिविर के जरिये अहमद, शाहीन, अफजल, अकरम और साहिबा समेत सैकड़ों बच्चों ने यहां हंसते-हंसते हाथ धोने का सही तरीका जान लिया।

बोले, गाँव कनेक्शन धन्यवाद

इस मौके पर मदरसे के विज्ञान के अध्यापक शैलन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा, गाँव कनेक्शन के जरिये स्वयं फेस्टिवल एक बहुत अच्छा जरिया गाँव के लोगों तक पहुंचने के लिए। गाँवों में इस तरह के कार्यक्रम निश्चित रूप से न सिर्फ बच्चों, बल्कि लोगों के लिए भी बहुत मददगार साबित होंगे। गाँव कनेक्शन, धन्यवाद।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.