कन्नौज : जिस छात्रा का काटा गया नाम उसकी मां को विधवा पेंशन भी नहीं 

Department of Women and Child Welfare

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

कन्नौज। फीस को लेकर दलित छात्रा के काटे गए कॉलेज से नाम के प्रकरण में एक नया मोड़ आ गया है। मां को विधवा पेंशन भी नहीं मिल रही है। यह खुलासा उस समय हुआ जब संरक्षण अधिकारी खुद जांच करने पहुंचे।

सोमवार को संरक्षण अधिकारी विजय कुमार राठौर, आपकी सखी आशा ज्योति केंद्र की सीआईसी काउंसलर श्रद्धा सिंह भदौरिया और महिला कांस्टेबल के साथ हाईस्कूल की छात्रा मनीषा शंखवार के घर भगवानपुर मकरंदनगर कन्नौज पहुंचे। यहां मनीषा और उसकी मां मिथलेश के बयान भी दर्ज किए। संरक्षण अधिकारी को मनीषा ने बताया, ‘‘मैं हाईस्कूल में पढ़ती थी। स्कूल में दिव्या मैडम ने 768 रुपए फीस मांगी। फीस नहीं दे पाई तो कहा कि पढ़ नहीं पाओगी। नाम काट दिया जाएगा। बाद में मेरा नाम काट दिया गया। उसके बाद से मैं स्कूल नहीं गई।’’ मनीषा ने आगे बताया कि मेरा एक भाई शोभित टेम्पो मिस्त्री के यहां काम सीखने जाता है।

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जांच के दौरान संरक्षण अधिकारी को मिथलेश ने बताया, ‘‘मैं खेतों में मजदूरी करने जाती हूं। रोज काम भी नहीं मिलता है। जब मिलता है तो 100-150 रुपए एक दिन में मिल जाते हैं।’’ संरक्षण अधिकारी के पूछने पर मिथलेश ने कहा, ‘‘मेरे पति नहीं हैं। न ही विधवा पेंशन मिल रही है। इलाहाबाद बैंक में खाता, आधार कार्ड आदि है।’’ संरक्षण अधिकारी ने बताया, ‘‘विकास भवन कमरा नंबर 101 में महिला को बेटी के साथ बुलाया गया है। छात्रा की मां का फार्म विधवा पेंशन के लिए भराया जाएगा। उनको फोटो, आधारकार्ड बैंक खाता की पासबुक आदि के साथ बुलाया है।’’

संरक्षण अधिकारी ने बताया, ‘‘कॉलेज के बाबू महेंद्र कुमार मिश्रा से बात हुई है। उन्होंने बताया है कि बोर्ड फीस लगती है। न देने पर छात्रा का नाम काट दिया गया है। 31 जुलाई फीस जमा करने की आखिरी तारीख और 31 अगस्त फार्म भरने की आखिरी तारीख थी। 352 रुपए फीस नहीं जमा की।’’

महेंद्र ने बताया कि छात्रा के घर नोटिस भेजा गया, लेकिन कोई नहीं आया। अगर कोई दिक्कत थी तो छात्रा या उसके परिजन बता सकते थे।

मामला प्रमुख सचिव के संज्ञान में है। जांच की जा रही है। छात्रा का फार्म भराए जाने को लेकर डीआईओएस से बात की जाएगी। जांच में छात्रा ने बताया है कि फीस न दे पाने की वजह से नाम काट दिया गया। परिवार की हालत ठीक नहीं है। मां को कार्यालय बुलाया है। उसका फार्म निराश्रित पेंशन के लिए भराया जाएगा। 

विजय कुमार राठौर, संरक्षण अधिकारी, कन्नौज

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