सिद्धार्थनगर की हजारों लड़कियों ने पहचानी अपनी ताकत
Kushal Mishra 30 Dec 2016 11:12 AM GMT

स्वयं डेस्क/ दिवेंद्र सिंह (कम्युनिटी जर्नलिस्ट) 28 वर्ष
सिद्धार्थनगर। जिला मुख्यालय से लगभग 15 किमी दूर बसावनपुर गाँव की महिलाएं एकत्र होकर एक ऐसे कार्यक्रम में पहुंची, जहां उन्हें अपनी ताकत पहचानने का मौका मिला। बसावनपुर गाँव में इस कार्यक्रम में उन्हें महिला हेल्पलाइन 1090 के बारे में जानकारी दी जा रही थी। इस दौरान कई महिलाएं 1090 के बारे में नहीं जानती थीं। इतना ही नहीं, उन्हें यह जानकार बहुत हैरानी हुई कि उत्तर प्रदेश में लड़कियों व महिलाओं के साथ छेड़खानी और उत्पीड़न जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। कार्यक्रम के दौरान जब उन्हें 1090 के बारे में पूरी जानकारी मिली, तब सभी ग्रामीण महिलाएं एक सुर में बोल उठीं कि "जरूरत पड़ने पर हम डायल करेंगे 1090।" यह मौका था गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर 2 से 8 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश के 25 जिलों में स्वयं फेस्टिवल के तहत मनाए गए 1000 कार्यक्रमों में से बसावनपुर गाँव में हुए एक कार्यक्रम का।
1090 के बारे में करेंगे जागरूक
इस दौरान ग्रामीण महिलाएं बिनकी देवी और चंद्रादेवी ने कहा कि "जो महिला हेल्पलाइन 1090 के बारे में नहीं जानते हैं, हम उन्हें भी बताएंगे कि महिलाओं की ताकत 1090 है। यहां हमें मालूम चला कि उत्पीड़न या छेड़खानी जैसी समस्याओं से निपटने के लिए यूपी पुलिस हमारे साथ है।" सिर्फ बसावनपुर गाँव ही नहीं, सिद्धार्थनगर के कई गाँवों और स्कूलों में लड़कियों को यूपी पुलिस की महिला हेल्पलाइन 1090 सेवा के बारे में बताया गया। स्वयं फेस्टिवल के तहत सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ स्थित सेठ रामकुमार खेतान कन्या इंटर कॉलेज, इटवा ब्लॉक स्थित यशोदा देवी इंटर कॉलेज, शोहरतगढ़ स्थित शिवपति इंटर कॉलेज समेत अन्य कार्यक्रमों में भी लड़कियों को महिला हेल्पलाइन 1090 के बारे में जानकारी दी गई। गाँव-गाँव तक यूपी पुलिस की नई योजनाओं के बारे में जानकारी पहुंचे, इसके लिए गाँव कनेक्शन और यूपी पुलिस ने हाथ मिलाया, ताकि अपनी ताकत पहचाने और यूपी पुलिस की सेवाओं का लाभ उठाएं।
महिलाओं के साथ घटनाएं आंकड़ों की जुबानी
- वर्ष 2014-2015 के दौरान उत्तर प्रदेश में 2945 बलात्कार की घटनाएं घटीं, जो 2010-11 की तुलना में दोगुना है।
- बलात्कार की वारदातों में 59 प्रतिशत लड़कियां नाबालिग पाई गईं।
- 5 सालों में सबसे ज्यादा छेड़छाड़ के आंकड़े लखनऊ में दर्ज हुए। इनमें 55 प्रतिशत शिकार नाबालिग।
मगर अब 1090 बदल रही तस्वीर
महिला पॉवर लाइन 1090 की शुरुआत के साथ ही महिलाओं के लिए बड़ी ताकत उभर कर सामने आई है। हेल्पलाइन के आंकड़ों पर गौर करें तो 15 नवंबर, 2012 से लेकर 31 मई, 2016 तक इस हेल्पलाइन पर कुल 5,44,985 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें 5,35,899 शिकायतों का समाधान फौरी तौर पर किया गया है। ऐसे में स्वयं फेस्टिवल के जरिये सिद्धार्थनगर की हजारों लड़कियां और ग्रामीण महिलाएं उत्तर प्रदेश की महिला हेल्पलाइन 1090 के बारे में जागरूक हो सकीं।
This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).
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