श्यामपाल सिंह/स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
उन्नाव। जिले के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों की राह आसान नहीं होगी, प्रदेश के पचास संवेदनशील जिलों में पहली बार जनपद भी शामिल किया गया है। सरकार ने संवेदनशील जिलों पर सख्त कार्रवाई करेगी। इन जपनदों के परीक्षार्थियों को कोड नंबरयुक्त उत्तर पुस्तिकाएं जारी की जाएंगी। गोपनीय आईडी नबंर डीआईओएस के पास होगा। साथ ही सीसीटीवी कैमरे वाले कालेज ही परीक्षा केंद्र बनेंगे।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 2017-18 की वार्षिक परीक्षा कार्यक्रम शुक्रवार को घोषित हो गया है। अबकी बार बोर्ड परीक्षाओं में खासी सख्ती बरती जा रही है। फरवरी में शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 15 नवंबर से शुरू हो जाएंगी। जनपद को संवेदनशील श्रेणी में रखने के कारण पहली बार यहां के परीक्षार्थियों को कोड नंबरयुक्त उत्तर पुस्तिकाएं देने का फैसला लिया गया है। कोड नंबरयुक्त उत्तर पुस्तिका का संपूर्ण ब्योरा परीक्षा केंद्र से बोर्ड कार्यालय को भेजा जाएगा। उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल का क्रमांक नंबर गोपनीय होगा। इसका रिकार्ड सिर्फ डीआईओएस के पास होगा।
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डीआईओएस, उन्नाव राकेश कुमार बताते हैं, “सचिव की गाइड लाइन के तहत ही परीक्षा संपन्न कराई जाएगी। केंद्रों का सत्यापन कराया जा रहा है। साथ ही कई अन्य बिंदुओं पर तैयारियां की जा रही हैं।”
खत्म होगा नकल के खेल
उत्तर पुस्तिकाओं के कोड युक्त होने से परीक्षा की पारदर्शिता को जहां बल मिलेगा। वहीं सिस्टम के बलबूते परीक्षा पास करने की सोच रखने वाले परीक्षार्थियों की मुश्किलें बढ़ेंगी। पहली बार सीसीटीवी की मानीटरिंग के अलावा पर्यवेक्षकों की मौजूदगी नकल के खेल पर अंकुश लगाएगी।
ऑनलाइन रिकार्डों में अंतर, जांच शुरू
बोर्ड परीक्षा में केंद्र बनाए जाने वाले इंटर कालेजों का माध्यमिक शिक्षा परिषद ने विभागीय वेबसाइट पर आनलाइन ब्योरा मांगा था। आनलाइन सत्यापन के बाद परीक्षा केंद्रों पर मंडलीय समिति मुहर लगाएगी। कई कालेज प्रबंधकों ने जो सूचना अपलोड की है। उसमें बड़े स्तर पर अंतर पाया गया है। डीआईओएस राकेश कुमार ने ऐसे कालेजों का रिकार्ड इकट्ठा कर जांच शुरू कर दी है।
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इस बार बोर्ड परीक्षा में बैठेंगे 72,787 परीक्षार्थी
इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में 42013 परीक्षार्थी व इंटर में 30774 परीक्षार्थी भाग लेंगे। नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने के उद्देश्य से माध्यमिक शिक्षा सचिव ने 2017 की परीक्षा में केंद्रों पर जिन कालेजों के छात्र परीक्षा देने के लिए पंजीकृत परीक्षार्थियों के परीक्षा देने पर रोक लगा दी है। ऐसा पाए जाने की स्थिति में सचिव ने डीआईओएस की जिम्मेदारी तय की है। विभागीय कार्रवाई के साथ ही एफआईआर तक का अल्टीमेटम दिया है।
छात्राओं को स्वकेंद्र परीक्षा का लाभ
बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत छात्राओं को परीक्षा देने के लिए अपने कालेज से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। पिछले साल की तरह इस बार भी बेटियों को स्वकेंद्र परीक्षा का लाभ दिया गया है। जिसके निर्देश सचिव ने डीआईओएस को जारी किए हैं।
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