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नशे के खिलाफ मुहिम चला रहे बरेली के युवा 

नशाखोरी

नवनीत शुक्ला/स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

बरेली। देश का युवा जहां एक तरफ नशे का शिकार हो रहा है, वहीं दूसरी ओर लोगों को नशे से सावधान रहने की प्रेरणा देने वाले भी कम नहीं हैं। ऐसी ही एक मुहिम बरेली के युवाओं ने शुरू की है। ये अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कुछ समय निकल कर लोगों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक कर रहे हैं।

एमजेपी रूहेलखंड बरेली के प्रौढ़ सतत शिक्षा एवं प्रसार विभाग के ये छात्र अक्सर शहर की व्यस्त सड़कों और चौराहों पर पोस्टर लिए खड़े दिख जाते हैं। ये कभी नुक्कड़ नाटक करते हैं तो कभी ह्यूमन चेन बनाते हैं। नशे जैसी आदत से लोगों को बचाने की ये मुहिम अब रंग लाने लगी है। इनके साथ अन्य छात्र छात्राएं भी आने लगे हैं।

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शानू रघुवंशी (27 वर्ष) का कहना है, “हाईस्कूल से लेकर उच्च शिक्षा तक के अधिकांशतः विद्यार्थी नशे के गिरफ्त में हैं। शासन को विद्यालयों के आसपास खुले नशीले पदार्थ बेचने वाली दुकानों को बंद कराना चाहिए। हम ये मुहिम इन्हीं लोगों को नशा त्यागने की प्रेरणा देने के लिए ही चला रहे हैं। प्रतिक्रिया सकारात्मक है। प्रणव द्विवेदी (28 वर्ष) का कहना है कि एक बहुत ही करीबी मित्र के कैंसर के कारण असमय मृत्यु ने झकझोर दिया। तब से ये बीड़ा उठाया है कि लोगों को इस नशे के लत से बचने के लिए जागरूक करूंगा।”

शिखर (25 वर्ष) ने बताया, “काफी लोगों ने रुककर पूछा कि वे स्वयं इस नशे की लत को छोड़ना चाहते हैं पर वे ऐसा कर नहीं कर पा रहे। हमने उनके नाम-पते को नशा निवारण केंद्र के साथ साझा किया है। उम्मीद पर दुनिया कायम है और हम कुछ लोगों को ही सही अगर इस नशे से बचा ले गए तो ये हमारे लिए किसी नोबल पुरस्कार जीतने से कम नहीं होगा।”

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