तालाब पर अवैध मकानों का हो रहा निर्माण

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तालाब पर अवैध मकानों का हो रहा निर्माणgaonconnection

पीलीभीत। उच्च न्यायालय के सख्त आदेशों के बाजवूद तालाबों की जमीनों पर भू-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा करके निर्माण कार्य लगातार कराया जा रहा है। इन भू-माफिया तालाब की जमीन पर मंदिर बनाकर कब्जा शुरू कर दिया है जिससे बाद में आसानी से बाकी की जमीन पर निर्माण कार्य कराया जा सकेगा। 

इसी तरह का एक मामला पूरनपुर (पीलीभीत) का सामना आया है, जहां पूरनपुर घुंघचियाई मार्ग पर टैंपों अड्डे के पास तालाब की जमीन पर भू-माफियाओं ने फर्जी रजिस्ट्रियों के आधार पर स्थानीय प्रशासन से सांठ-गांठ करके उस जगह पर निर्माण कार्य कराना शुरू कर दिया था। परन्तु भारतीय किसान यूनियन के जबरदस्त विरोध प्रदर्शन के चलते जिला प्रशासन को सितम्बर, 2013 में भारी पुलिस व पीएसी बल को बुलाकर भू-माफियाओं के भारी विरोध के बावजूद पैमाइश करानी पड़ी।

करायी गयी पैमाइश रिपोर्ट के अनुसार यह स्पष्ट हो गया कि उक्त जमीन तालाब की जमीन है। निर्माण कार्य कराने वाले लोग जिन रजिस्ट्रियों के आधार पर तालाब की जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे हैं वह पूर्ण रूप से अवैध मानते हुए निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया था। तब से अब तक निर्माण कार्य रुका हुआ था। परन्तु अब फिर भू-माफियाओं ने तालाब की करोड़ों रुपयों की जमीन पर कब्जा करने का नया तरीका निकालते हुए उस पर सांईं मन्दिर के नाम पर निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। जब मन्दिर निर्माण हो जायेगा तो बाकी जमीन पर भी मन्दिर की आड़ में निर्माण कार्य शुरू कराने में आसानी हो जायेगी। 

परन्तु भारतीय किसान यूनियन ने जिलाधिकारी पीलीभीत को एक शिकायती पत्र देकर तालाब की जमीन पर कराये जा रहे मन्दिर निर्माण कार्य को रुकवाने का अनुरोध किया तथा निर्माण कार्य न रूकने पर जिला प्रशासन के खिलाफ पुनः जन आन्दोलन शुरू कर देने की चेतावनी दी। जिस पर अपर जिलाधिकारी अजय कांत सैनी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए तुरन्त निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए उपजिलाधिकारी पूरनपुर को आदेशित कर दिया। जब गाँव कनेक्शन संवाददाता ने मौके पर स्थिति का जायजा लेने पहुंचे तो पीले रंग की पन्नी की आड़़ में निर्माण कार्य होते पाया। इससे यह स्पष्ट होता है कि भू-माफियाओं को स्थानीय प्रशासन का अन्दर खाने से बराबर सहयोग मिल रहा है।

 

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