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परवीन शाकिर: एक शायरा की मौत...
वो 26 दिसंबर की तारीख थी, साल था 1994 की उस सुबह आसमान में बारिश के आसार थे, पाकिस्तान के इस्लामाबाद शहर के 'फैसल चौक' पर रोज़ की तरह गाड़ियों का आना जाना लगा था। ट्रैफिक ज़्यादा नहीं था, इसलिए...
Jamshed Siddiqui 26 Dec 2020 6:29 AM GMT

चढ़ते सूरज के पूजारी तो लाखों हैं 'फ़राज़', डूबते वक़्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा...
अहमद फ़राज़ एक ऐसा शायर जिसने जो लिखा लोगों की जुबान पर छा गया। रूमानी और विरोधी कविताओं के लिए मशहूर शायर अहमद फ़राज़ ने आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा किया था, लेकिन आज भी अपनी शेरों-शायरियों से...
Divendra Singh 12 Jan 2019 8:12 AM GMT

क़िस्सा मुख़्तसर : जॉन एलिया ने बताए अपने ख़ास दोस्त के क़िस्से
उबैदुल्लाह अलीम का नाम शायरी के चंद उन उस्तादों में शुमार होता है जिन्होंने उर्दू शायरी की नफ़्स में कई इंकलाबी तब्दीलियां की। शेर कहने का नया अंदाज़ रखने वाले उबैदुल्लाह अलीम की पैदाइश साल 1939 में भो...
Jamshed Siddiqui 15 Dec 2018 6:12 AM GMT

"फैज़ साहब, आप लिखते ख़ूबसूरत हैं, पढ़ते बहुत ख़राब हैं"
फ़ैज़ अहमद फैज़ साहब के बारे में एक बात दीगर किताबों और हवालों से आती है कि वो जितना बेहतरीन लिखते थे उतना ही ख़राब पढ़ते थे। बताया जाता है कि अपनी कीमती से कीमती नज़्म और ग़ज़ल को वो यूं पढ़ते थे...
Jamshed Qamar 8 Sep 2018 6:25 AM GMT

मीर तक़ी मीर : एक रुपया रोज़ पर मिला था दिल्ली में काम
ख़ुदा-ए-सुखन मोहम्मद तकी उर्फ मीर तकी “मीर” का जन्म 1723 में हुआ था, महीना तो फरवरी था लेकिन इनके जन्म की तारीख़ के बारे में कहीं कुछ नहीं लिखा है। मीर तक़ी मीर उर्दू एवं फ़ारसी भाषा के महान शायर थे।...
Anusha Mishra 11 Feb 2018 2:36 PM GMT

"वो ग़ज़ल मुग़ल बादशाह की नहीं, मेरे दादा की थी"
साल 1960 में एक फिल्म आई थी, नाम था 'लाल किला', फिल्म के निर्देशक थे नाना भाई भट्ट, जो कि मशहूर निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट के पिता थे। फ़िल्म मुगलिया दौर की कहानी थी, जो लाल किले के इर्दगिर्द घूमती...
Jamshed Siddiqui 30 July 2017 9:54 AM GMT

क़िस्सा मुख़्तसर - शायर अमीर मीनाई ने दाग़ देहेलवी से पूछी एक राज़ की बात
दाग़ देहेलवी मशहूर शायर ज़ौक के शागिर्द थे। उर्दू अदब के जानकार मानते हैं कि दाग़ साहब की शायरी में सिर्फ ख्याल नहीं, बल्कि ज़ुबान की भी ख़ूबसूरती दिखाई देती थी। इकबाल, जिगर मुरादाबादी, बेख़ुद देहलवी...
Jamshed Qamar 23 April 2017 6:38 PM GMT