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उत्तर प्रदेश: कोरोना की तीसरी लहर से लड़ाई की तैयारियों के बीच जिला अस्पताल के लिए संघर्ष करता एक जिला
एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है। भारत में कोरोना से लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। इस बार संक्रमण से ग्रामीण भारत भी नहीं बच पाया। लोग जहां तीसरी लहर को लेकर चिंतित हैं तो वहीं उत्तर...
Mithilesh Dhar 8 Jun 2021 2:15 PM GMT
जागरण में भजन गाने वालों और वाद्य यंत्र बजाने वालों को हालात बेहतर होने की उम्मीद नहीं
कानपुर (उत्तर प्रदेश)। "घर का किराया 8 महीने से नहीं दिया है, वो तो इस घर में अपने पिता के समय (करीब 30 साल) से रह रहा हूं और मकान मालिक से संबंध अच्छे हैं वरना रहने का भी ठिकाना नहीं होता। आज हाल ये...
Rajeev Shukla 24 May 2021 10:15 AM GMT
पलायन पार्ट-2 : 1600 रुपये देकर भी नहीं मिली बैठने की जगह, दिल्ली से पटना तक बस में खड़े होकर आया
पटना (बिहार)। दिल्ली में 19 अप्रैल को लॉकडाउन की घोषणा के बाद आनंद विहार बस अड्डे में उमड़ी भीड़ में से एक नंदलाल पंडित को भी अपने घर पहुंचने की जल्दी थी। इस घोषणा के बाद उन्होंने अपना फटा हुआ बैग...
Umesh Kumar Ray 27 April 2021 1:38 PM GMT
ऑर्डर की कमी से कारखानों पर लटके ताले, कारखानों के मालिक कारीगरों के साथ मिलकर खुद बना रहे तबला
मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)। जिस कारखाने में दस मजदूर तबला बनाने का काम करते थे, वहीं पर आज कारखाने के मालिक खुद तबला बना रहे हैं, पिछले एक साल में यहां के परिवारों के लिए घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। ...
Brijendra Dubey 6 April 2021 2:11 PM GMT
बनारस: गंगा घाट पर रोजी-रोटी कमाने वाले नाविक कर्ज में डूबे, अभी भी पर्यटकों का कर रहे इंतजार
वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। "सुबह से अभी तक 200 रुपए की कमाई हो पाई है, खुद आप समझ जाइए कि काम कैसा चल रहा है।" आजकल काम कैसा चल रहा हैं, इस सवाल के जवाब में शंकर मांझी उखड़ते हुए कहते हैं। वे रहने वाले तो...
Anand kumar 31 March 2021 2:00 PM GMT
फॉलोअप स्टोरी : लॉकडाउन के एक साल बाद कितनी बदली एक मजदूर परिवार की जिंदगी?
नीतू सिंह/दिवेंद्र सिंह लखनऊ। फुटपाथ पर रहने वाली जानकी देवी मोबाइल में वीडियो देखने के बाद फूट-फूट कर रो रहीं थी ... मैली और फटी साड़ी में अपने आंसुओं को पोछते हुए वो बोली, "वो तो रहे नहीं,...
Neetu Singh 26 March 2021 5:18 AM GMT
बुंदेलखंड लाइव: सूखी रोटी भी इनके लिए लग्जरी है, दूरदराज के गांवों की कड़वी हकीकत दिखाती 14 साल की एक लड़की
मई की उस तपती दुपहरी में लॉकडाउन के सन्नाटे के बीच जब मैं अपनी टीम के साथ खैरपुरा गांव पहुंचा तो पहली नजर सामने खड़ी 7-8 साल की बच्ची पर गई। वो हाथ में ली सूखी रोटी तोड़-तोड़कर खा रही थी, नजदीक जाकर...
Arvind Shukla 29 Jun 2020 4:12 AM GMT
बुंदेलखंड लाइव: आखिर क्यों पलायन करते हैं बुंदेलखंड के लाखों लोग, मनरेगा में काम न मिलना भी बड़ी वजह?
ललितपुर (बुंदेलखंड)। "अगर हमें यहां काम मिलता रहता तो हम गांव छोड़कर क्यों जाते ? हमें इधर लॉकडाउन में सिर्फ 12 दिन का मनरेगा में काम मिला है, इसके 5 साल पहले मनरेगा में काम मिला था। जब काम नहीं मिला...
Arvind Shukla 15 Jun 2020 3:00 AM GMT
बुंदेलखंड लाइव: पलायन की इनसाइड स्टोरी, ललितपुर में खदानें बंद होने से 50 हजार से ज्यादा लोग बेरोजगार
मादौंन (ललितपुर, बुंदेलखंड)। ललितपुर जिले के मादौंन गांव की रैना सहारिया (40 वर्ष) उन हजारों प्रवासियों में से एक हैं, जो किसी तरह जद्दोजहद कर घर वापस तो आ गईं लेकिन खुश नहीं हैं। वो पहली बार कमाने के...
Arvind Shukla 11 Jun 2020 3:31 AM GMT
बुंदेलखंड लाइव: चंदेरी साड़ियां बुनने वाले 5 हजार हैंडलूम लॉकडाउन, 10 हजार से ज्यादा बुनकर बेरोजगार
चंदेरी (मध्य प्रदेश)। चंदेरी की मशहूर साड़ियां बुनने वाली भावना कोली के पास दो हैंडलूम हैं,लेकिन आजकल उनमें साड़ियां नहीं बुनी जाती। हथकरघे पर चिप्स के पैकेट टंगे रहते हैं, कमरे की बाकी जगह में परचून...
Arvind Shukla 29 May 2020 5:00 PM GMT
बुंदेलखंड लाइव: चिलचिलाती गर्मी में भूखी प्यासी हजारों प्रवासियों की भीड़, गायों के शव और बसों का इंतजार
अरविंद शुक्ला/अरविंद परमार और यश सचदेवअमझरा घाटी (ललितपुर)। चिलचिलाती धूप में लगभग उजाड़ पेड़ों के नीचे, तिरपाल के नीचे बैठे लोग बार-बार उठकर उस भगवा रंग से पुते कमरे की तरफ देख रहे थे, जहां...
Arvind Shukla 19 May 2020 12:29 PM GMT