आदर्श गाँव में धड़ल्ले से बिक रही अवैध शराब

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रिपोर्टर- सतीश कश्यप

बाराबंकी। एक ओर प्रदेश सरकार गाँवों के विकास और तरक्की के लिए हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं दूसरी तरफ गाँवों की बदहाल स्थिति बदलने का नाम नहीं ले रही है। 

बात ग्राम प्रधान की आपसी चुनावी रंजिश की हो या फिर ब्लॉक स्तर के अधिकारियों की लापरवाही। गाँवों के विकास में इसका असर जरूर देखने को मिल जाता है। 

बाराबंकी मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर सिरौलीगौसपुर तहसील के आदर्श गाँव बेहटा की स्थिति बहुत खराब है। बेहटा गाँव घाघरा के एलग्रीन चरसरी बांध के करीब है और सरकार के कैबिनेट मंत्री अरविन्द सिंह गोप की विधान सभा रामनगर का लोहिया गाँव है। हमारी गाँव कनेक्शन की टीम जब गोंडा और बहराइच जिले से होते हुए बाराबंकी के इस गाँव पहुंची तो  हमें इसकी सच्चाई मालूम पड़ी और वहां पहुंचते ही शिकायत करने वालों का जमावड़ा लग गया।

बेहटा गाँव के निवासी मनोज कुमार बताते हैं, ”गाँव में अवैध शराब का कारोबार व्यवसाय बन गया है। अधिकतर लोग शराब के कारोबार पर निर्भर रहते हैं, यहां रोजगार के संसाधन नहीं हैं और ना ही खेती करने लायक ज़मीन।”

सरकार से मिलने वाली फ सलों के नुकसान पर सहायता राशि यहां के किसानों को नहीं मिली है। साथ ही गाँव में केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान के बावजूद गाँव के शौचालयों की हालत ठीक नहीं हो पाई है। गाँव के  माखन लाल के घर का शौचालय बनते ही भरभरा कर गिर गया है, जिसका मलबा अभी भी उसके दरवाजे के सामने पड़ा है।

माखन बताते है, ”शौचालयों में नाममात्र की सीमेंट के अलावा सिर्फ बालू से जोड़ाई की गई है, ईट के नाम पर सबसे घटिया पीली ईट का इस्तेमाल किया गया है। जिसके कारण शौचालय चंद दिनों में ही गिर गया है।” 

बेहटा गाँव के आदर्श ग्राम चुने जाने के बाद प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों सहित बड़े-बड़े अधिकारी गाँव से गुजरे लेकिन विकास के मामले में बेहटा अभी भी कोसो दूर है।

पिछले पांच वर्षों के दौरान इस गाँव के विकास के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किये गए, पर उन रु पयों से कहीं कोई खास विकास नहीं हो पाया है। 

गाँव की रहने वाली चम्पा देवी बताती हैं, ”साहब गाँव में एक सरकारी स्कूल तो है पर उसमें पढ़ाई-लिखाई नहीं होती है। जब देखो मास्टर साहब गायब रहते है, इसलिए छोटे-छोटे बच्चें भी अपनी मनमौजी का काम करते रहते हैं।” 

मामले की गंभीरता को देखते हुए अब जिलाधिकारी ने जांच टीम बनाकर गाँव की रिपोर्ट मांगी है। कैबिनेट मंत्री अरविन्द सिंह गोप ने भी अपनी विधानसभा राम नगर के बेहटा गाँव की हकीकत सुन घोटाला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करवाने की बात कही है।

बेहटा गाँव के निवासी रामधारी निषाद बताते हैं, ”जांच टीम मौके पर गाँव गयी थी, लेकिन जहां-जहां शिकायते थी वहां अधिकारी गए ही नहीं। हमने जब जिलाधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो हम जांच करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करके दोबारा जांच करेंगे।”

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