अपनी लम्बाई से दोगुना ऊंचा गन्ना उगा रहा बरेली का ये किसान

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लखनऊ। बरेली जिले के किसान जबरपाल सिंह अपनी लम्बाई से दोगुने से भी ज्यादा लंबे गन्ने की पैदावार कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने ट्रंच विधि अपनाई है। जबरपाल 900 से 1000 कुंतल प्रति एकड़ गन्ना की पैदावार लेने के साथ ही सह-फसल भी ले रहे हैं।

बरेली जिले से 45 किलोमीटर दूर मीरगंज तहसील से पश्चिम दिशा में करनपुर गाँव है। 1,200 की आबादी वाले इस गाँव में सैकड़ों हेक्टेयर में गन्ना की खेती की जा रही है। गेहूं और गन्ना यहां की मुख्य फसल है। साथ ही सह-फसल जैसे उड़द, मूंग, प्याज, आलू, मक्का और मूंगफली किसान बेहतर ढंग से ले रहे हैं।

इस गाँव में रहने वाले किसान जबरपाल सिंह (43 वर्ष) बताते हैं, “जबसे ट्रंच विधि से खेती करना शुरू किया है तबसे पिछले वर्ष 150 कुंतल प्रति बीघा यानी 2250 कुंतल प्रति हेक्टेयर की दर से भी ज्यादा गन्ना उत्पादन करके इतिहास रच दिया है।” 

वो आगे बताते हैं, “जिले के गन्ना विभाग और क्षेत्रीय गन्ना मिल के सहयोग से 15 फिट लम्बाई तक गन्ना की पैदावार हो रही है। इस फसल को पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और कई जिलों से सैकड़ों लोग देखने आ   चुके हैं।”

जबरपाल सिंह का कहना है कि इस बार 1200 से 1500 एकड़ प्रति कुंतल गन्ना पैदा करेंगे। इसी गाँव में रहने वाले जीतेन्द्र सिंह (40 वर्ष) बताते हैं, “गाँव से 14 किलोमीटर पर गन्ना की मिल है। नवम्बर महीने में मिल चालू हो जाती हैं। हम सीधे खेत से ही गन्ना बेच देते हैं। हमारे गाँव में लाइट नहीं हैं। गन्ना की पूरी सिंचाई डीजल वाले इंजन से होती हैं। अगर हमारे गाँव में लाइट की सुविधा आ जाए तो हम किसानों के लिए सहूलियत हो जाएगी।”

गन्ना लगाने की विधि 

खेत की जुताई के बाद पूरे खेत में नालियां बना लें जो एक फिट चौड़ी और एक फिट गहरी हों। साढ़े चार फिट की दूरियों पर ये नालियां बनाएं। एक एकड़ खेत में 60 कुंतल गोबर की खाद और 50 किलो एनपीके खाद डालें। गन्ने का दो आंख वाला बीज दो हाथ की लम्बाई में काटकर उसका ट्रीटमेंट करें। एक एकड़ गन्ने की फसल में 50 ग्राम वाव्सटीन में 100-125 लीटर पानी में 20 से 30 मिनट तक पानी में गन्ने के टुकड़ों को डाल देते हैं। जब ये बीज शोधित हो जाता है इसके बाद इसे खेत में बनी नाली में छह इंच से आठ इंच की दूरी पर सीढ़ीनुमा लगाते हैं। एक फिट गन्ने को मिट्टी में ढककर एक से दो इंच तक मिट्टी डाल देते हैं। गन्ना बोने के तुरंत बाद हल्का पानी चला देते हैं।

एक साल की होती है गन्ने की अवधि 

गन्ना की फसल वर्ष में दो बार लगाई जाती है, पहला फरवरी-मार्च दूसरा सितम्बर महीना। एक साल की इस फसल में किसान सह फसल भी लेते हैं। गन्ना की बोवाई के दो दिनों बाद इसमे सह-फसल छोड़ी गयी जगह में लगा देते हैं। गन्ने की फसल की अवधि पूरे एक साल की होती है। पूरे साल 10-12 पानी लगाकर सिंचाई करते हैं। एक महीने में गन्ना पूरा जम जाता है। बीच-बीच में खाद और एनपीके का स्प्रे पूरे साल करना पड़ता हैं। अनुमानित 50 से 60 हजार एक एकड़ में लागत आ जाती है। लागत निकाल कर मुनाफा 60 से 70 हजार रुपए किसान को आसानी से मिल जाता है।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

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