बढ़ते जाम से घट रहे यातायात कर्मी

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बढ़ते जाम से घट रहे यातायात कर्मीgaoconnection

लखनऊ। राजधानी को भले ही स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद हो रही है। लेकिन शहर में जगह-जगह लगता जाम उसकी मंशा पर पानी फेरता दिखाई दे रहा है। यातायात को संभालने के लिए जहां वर्ष 2001 में 882 कर्मी थे, वहीं अब इनकी संख्या महज 459 पर पहुंच गई है।

मुंबई से लखनऊ घुमने आए फैजान खान का कहना है, “मैं लखनऊ घूमने के इरादे से आया था लेकिन यहां के जाम और गर्मी को देखते हुए लगता है कि मुम्बई वापस चला जाऊं। यहां के जाम को फेस करने से अच्छा है कि मैं अपने शहर का जाम इन्जाय करूं।” राजधानी में आप चाहें जिस सीमा से प्रवेश करें चाहे वो कानपुर मार्ग हो या सीतापुर या फिर फैजाबाद हर जगह आपको शहर में प्रवेश करने में घंटों लग जाएंगे क्योंकि यातायातकर्मियों की कमी के चलते हमेशा यातायात अव्यवस्थित ही रहता है।

यातायात विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2001 से पहले तक 882 पुलिसकर्मी शहर के यातायात को संभाल रहे थे। इसके बाद 2015 आते-आते यह संख्या 459 पर पहुंच गई। अब ऐसे में चंद यातायात पुलिसकर्मी शहर की लाइफ लाइन को किस तरह नियंत्रित करें, यह बड़ी समस्या बन गई है।

शहर के अंदर और भी खराब हालात हैं। शहर का चिनहट मटियारी, रिंग रोड, टेढ़ी पुलिया, इंदिरा नगर सेक्टर 25, खुर्रम नगर, मडियांव का भिठौली चौराहा, कानपुर रोड, आलमबाग मेट्रो रूट, चारबाग, पुराने लखनऊ का रूट, डालीगंज पुल स्थित कन्वेंशन सेंटर, कैसरबाग चौराहा, डंडहिया चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, चौक, नक्खास अमीनाबाद ऐसी जगह हैं, जहां पर जाम में लोग अक्सर फंस ही जाते हैं और वहां से निकलने में घंटों बीत जाते हैं।

चौक के रहने वाले मोहम्मद वकार का कहना है कि अक्सर में चौक और नक्खास के जाम में फंस जाता हूं और त्योहारों में यह जाम तो जैसे खत्म होने का नाम ही नहीं लेता। सुबह से लेकर शाम तक यही स्थिति बनी रहती है मेरे समझ में यह नहीं आता कि त्योहारों के दिनों यहा के अधिकारी कोई नया रूट क्यों नहीं बना देते जिससे हमको जाम का सामना कम करना पड़े। शहर में जाम को लेकर एसएसपी ट्रैफिक हबीबुल हसन का कहना है शहर का नवीनीकरण हो रहा है। स्मार्ट होती सिटी को देखने का जोश बढ़ रहा है। हर साल हजारों को संख्या में लोग गाँव से नौकरी की तलाश में लखनऊ आते हैं। रही बात जाम की तो जितना सिटी में आदमी बढ़ेगा उतना सड़कों पर जाम होगा।

रिपोर्टर: दरख्शां कदीर सिद्दीकी

 

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