नई दिल्ली (भाषा)। भारतीय कंपनियों ने वित्त वर्ष 2015-16 में व्यापारिक ज़रुरतों को पूरा करने के लिए कॉरपोरेट बांडों के निजी नियोजन से रिकॉर्ड 4.92 लाख करोड़ रुपए जुटाए जो इससे पिछले साल के मुकाबले छह प्रतिशत अधिक है।
प्राइम डाटाबेस की एक रपट के मुताबिक कंपनियों ने कॉरपोरेट बांडों के निजी नियोजन से 4,92,047 करोड़ रुपए जुटाए जबकि इससे पिछले साल यह आंकड़ा मार्च 2015 तक 4.66 लाख करोड़ रुपए था। निजी रिण के निजी नियोजन में कंपनियां कोष इकट्ठा करने के लिए संस्थागत निवेशकों के लिए प्रतिभूतियां या बांड जारी करती हैं।