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बढ़ते क्रोध के दो चेहरे: अमेरिका से उत्तर प्रदेश तक

India

गणेशजी वर्मा/कंचन पंत 

लखनऊ/टेनेसी (अमेरिका)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक पिता ने अपने दो मासूम बच्चों को सिर्फ इसलिए मार डाला क्योंकि वो रो रहे थे। दूसरी ओर लखनऊ से हज़ारों किलोमीटर दूर अमेरिका के टेनेसी राज्य में एक किशोर ने अपने पूरे परिवार की जान लेने की कोशिश की, क्योंकि वो उसे स्कूल जाने के लिए कह रहे थे। 

सकते में डाल देने वाली इन दोनों घटनाओं की वजह बहुत साधाराण है। इतनी छोटी सी बात पर अपने ही रिश्तों का कत्ल करने वाली ये वारदातें बताती हैं कि एक समाज के तौर पर हमारी सहनशीलता किस तरह कम होती जा रही है। 

लखनऊ के बाज़ारखाला इलाके में बच्चों के रोने से नाराज़ पिता ने अपनी ढाई साल की बेटी और 10 महीने के बेटे को तकिये से गला दबाकर मार डाला। अपने ही बच्चों की जान लेने का आरोपी इस पिता का नाम अभिनेश वाजपेयी है। इंटौजा का रहने वाला अभिनेश बाल एवं महिला चिकित्सालय प्रयाग नारायण रोड में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। दस महीने पहले बेटे को जन्म देते समय उसकी पत्नी सुषमा की मौत हो गई थी। इसके बाद वह अपनी ढाई वर्षीय बेटी दिव्यांशी एवं दस माह के दुधमुंहे बेटे छोटू को लेकर बाजारखाला क्षेत्र के तिलकनगर ऐशबाग किराए पर रहने लगा। बच्चों की देखभाल के लिए अभिनीष के बड़े भाई पत्नी दीपा कुछ दिनों से उसके घर आई हुई थी। 

बृहस्पतिवार को अभिनीष बेटी ने स्कूटर पर बाज़ार चलने की जि़द की। उसके मना करने पर भी जब बच्चों ने अपनी जि़द नहीं छोड़ी तो उसने गुस्से में बच्चों को डांट दिया। इस बात से नाराज़ होकर दीपा से उसकी कुछ कहासुनी हुई और वो अपने मायके वापस लौट गई। इसके बाद अभिनीष ने गुस्से में दोनों बच्चों दिव्यांशी और छोटी का तकिए से गला घोंट दिया।    

एएसपी पश्चिम सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया, ”हत्या करने के बाद आरोपी खुद थाने आया और वारदात की बात कबूल की है।” 

आरोपी ने पुलिस को बताया कि ड्यूटी के चलते वह बच्चों की परवरिश नहीं कर पा रहा था। बच्चे दिनभर रोते-चिल्लाते रहते थे। इससे वो तंग आ गया था, इसीलिए उसने बच्चों की हत्या कर दी। हालांकि क़त्ल के बाद उसे इस बात की पछतावा भी हो रहा है। 

दूसरी तरफ अमेरिका के टेनिसी प्रांत में कुछ इसी किस्म की घटना से सनसनी फैल गई। यहां 16 साल के एक किशोर ने जऱा सी बात पर अपने ही परिवारवालों पर गोलियां चला दीं। विलियम नाम का ये किशोर इस बात से नाराज़ था कि परिवार वाले उसे बिस्तर छोड़कर स्कूल भेजना चाहते थे। गुस्से में विलियम ने अपनी हैंडगन निकाली और परिवार के लोगों पर गोलियां दागनी शुरू कर कर दिए जिससे किशोर की दादी, 12 साल की बहन और 6 साल के भतीजा घायल हो गए, गनीमत रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। 

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