बीजिंग (भाषा)। ब्रिक्स के नव विकास बैंक (एनडीबी) की सालाना आम बैठक तथा उसके गवर्नर बोर्ड की बैठक कल चीन में आयोजित की गईं। ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रुस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के इस बैंक के प्रमुख भारतीय बैंकर केवी कामत हैं।
बैंक का उद्घाटन समारोह शंघाई में हुआ जहां बैंक का मुख्यालय है। इस बैठक में चीन के उप-प्रधानमंत्री जेड गाओली तथा वित्त मंत्री लाउ जिवेई भी शामिल हुए। इसमें भारत का प्रतिनिधित्व वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव राज कुमार और चीन में भारतीय राजदूत विजय गोखले ने किया।
एनडीबी की स्थापना 50 अरब डालर की शुरुआती पूंजी तथा 10 अरब डालर की चुकता पूंजी के साथ की गई है। एनडीबी के संस्थापक सदस्य पहले ही बैंक में शुरुआती योगदान के रुप में एक अरब डालर डाल चुके हैं।
एनडीबी ने पहले बैच के ऋण की घोषणा 16 अप्रैल को की। इसके तहत ब्राजील को 30 करोड़ डालर, चीन को 8.1 करोड़ डालर, भारत को 25 करोड़ डालर तथा दक्षिण अफ्रीका को 18 करोड़ डालर का कर्ज उपलब्ध कराया गया। पहली सालाना आम बैठक के बाद कामत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बैंक ने इस साल के लिए पहला कर्ज करीब 91.1 करोड़ डालर का ब्रिक्स के सदस्य देशों को उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि बैंक अगले साल उल्लेखनीय मात्रा में कर्ज उपलब्ध कराएगा। कामत ने कहा कि बैंक अन्य बहुस्तरीय विकास बैंकों के साथ परियोजनाओं के सहवित्तपोषण के अवसर भी तलाशेगा।