लखनऊ। अन्नानस के काटने के बाद बीचों-बीच का कठोर हिस्सा जिसे अक्सर फेंक दिया जाता है वहां ये एंजाइम पाया जाता है और यकीन मानिये इसे हमारे शरीर से ट्यूमर को दूर करने वाले 5-फ्लूरोरेसिल (एक बेहद विषैला कीमोथेरापी एजेंट) से भी जबरदस्त माना गया है, यानि यह एंजाइम कैंसररोधी है। प्लांटा मेडिका (एक साइंटिफिक जर्नल) में सन 2007 प्रकाशित एक गहन शोध अध्ययन की रपट और इसके अलावा पचासों शोध परिणामों ने भी इस बात की पुष्टि की है। ना सिर्फ कैंसर बल्कि कोलायटिस, कोलोन कैंसर, लीवर डैमेज, ओस्टिओआर्थरायटिस, रह्युमेटॉइड आर्थरायटिस जैसी तकलीफदेह समस्याओं के लिए भी इसे अत्यंत कारगर माना गया है..अब बात ठीक ना लगे तो फेंकते रहो अन्नानस के इस हिस्से को वर्ना अपनाना शुरु करो। फिर क्या? रोज सुबह खाली पेट 20 ग्राम अन्नानस के इस कठोर हिस्से को चबाइये और इन समस्याओं को धीरे-धीरे अलविदा करिये।