उन्नाव। ‘जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान’ में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को राष्ट्रीय मुहिम बनाने के संकल्प के साथ स्टर एजुकेशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय इंस्टीट्यूट की शुरुआत हुई। इसमें सरकारी स्कूलों में बच्चों को किन नए ढंगों से पढ़ाया जाए ताकि उनकी रुचि स्कूल आने और पढ़ाई में लगे, इसके लिए टिप्स दिए गए।
स्टर एजुकेशन एक गैर सरकारी संगठन है जो भारत तथा यूगांडा में टीचर चेंजमेकर आन्दोलन को साकार करने के मकसद से कार्यरत है। वर्तमान में स्टर एजुकेशन और राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एससीईआरटी) साथ मिलकर प्रदेश के सात जनपदों में कार्यरत है और उन्नाव जिले में कुल 10 में से सात अन्य ब्लाक में यह कार्यक्रम पिछले वर्ष से ही चल रहा है और 45 अन्य एजुकेशन लीडरों के साथ मिलकर लगभग 1500 से अधिक शिक्षक नवाचारों के क्रियान्वयन से बच्चों के सीखने के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।
‘स्टर एजुकेशन’ से उन्नाव जिला की कार्यक्रम प्रबंधक श्वेता त्रिपाठी और विशाल कश्यप ने बताया, स्टर एजुकेशन उन शिक्षक चेंजमेकर के नेटवर्क साथ इस चुनौती से पार पाने के प्रयास के तहत एक राष्ट्रीय अभियान चला रहा है, जो बच्चों के सीखने के स्तर को अभिनव नवाचारों के जरिये बढ़ाने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने बताया कि नवाबगंज, असोहा और सिकंदरपुर ब्लॉक के 19 एजुकेशन लीडर स्कूल में इस बात पर जोर देंगे कि कैसे बच्चों को नए और सरल ढंग से पढ़ाया जा सके। इसके लिए वे बच्चों का ग्रुप बनाकर विभिन्न तरीके के नवाचारों का प्रयोग भी करेंगे।