नई दिल्ली (भाषा)। देश में गौवंश और गौशालाओं के संरक्षण की खातिर देसी गायों के लिए केंद्र खास डेयरी प्लांट का निर्माण, मनरेगा के तहत मवेशी चारा पैदा करने और तस्करी तथा गौवध के खिलाफ कार्रवाई के लिए पशु कल्याण बोर्ड के सशक्तिकरण सहित कई योजना बना रहा है।
गौवंशीय विषयों के मामलों से निपटने वाले दो केंद्रीय मंत्री – वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने गौवंश और गौशाला पर एक राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित किया और पशु को भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए इसकी रक्षा के लिए विभिन्न राज्य सरकारों, किसानों तथा गौ मालिकों की मदद मांगी।
समूचे देश से आए भागीदारों को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि उनका मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए एक योजना पर काम कर रहा है कि गौचर भूमि संरक्षित हो और मनरेगा जैसे सरकारी कार्यक्रमों का इस्तेमाल गायों के लिए गुणकारी घासों को पैदा करने में किया जा सकता है जिसे किसानों और जिनके पास मवेशी होगा उन्हें मुफ्त में दिया जा सकता है।
कृषि मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने हाल में देशी नस्ल की गायों के लिए ओड़िशा और कर्नाटक में खास डेयरी प्लांट लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है जबकि हरियाणा के करनाल में इस महीने के अंत तक इसी तरह की सुविधा शुरु करने की योजना है।