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इस ईद छपका आभूषण की मांग सबसे ज़्यादा

India

लखनऊ। ईद के त्यौहार को लेकर राजधानी के बाजार सज गए हैं। बाजीराव मस्तानी फिल्म अभिनेत्रियों द्वारा पहने गए आभूषणों का जादू इस बार जोर-शोर से देखने को मिल रहा है। आलमबाग से ईद की शॉपिंग करने आई शकिना खान (20 वर्ष) बताती हैं, “मैं छपका (झुमर) लेने आई हूं।

पहले इसका इतना फैशन नहीं था, लेकिन मस्तानी को देखकर इसका फैशन बढ़ गया है।” छपका के बारे में जनपद के दुकानदार सुरेश चौधरी ने बताया, “बालों में झपका लगने में बालों की खूबसूरती और बढ़ जाती है।

 इस ईद पर सबसे ज्यादा इसकी डिमांड है। अभी तक मेरी दुकान से 70 से 80 पीस बिक चुके हैं और लगातार इसको बना भी रहे है। छपका यहां से बाहर भी जाते हैं। छपका की शुरुआत 150 रुपए से है।” जहां बालों के लिए छपके का फैशन बढ़ा है। वहीं कानों के लिए डिजाइनिंग बालियां और झुमके भी मिल रहे हैं। चौक से झुमके खरीदने आयीं जवेरियां सिद्धीकी (21 वर्ष) बताती हैं, “मैंने जो ड्रेस खरीदी है उस पर सबसे ज्यादा सुंदर रामलीला बाली लगेगी और यह सब पर चल जाएगी।

साथ ही यह नया ट्रेंड है इस बार इसका फैशन भी है।” बाजार में तरह-तरह के डिजाइनर झुमके, रामलीला बाली, लॉग ईयररिंग, कुंदन की बालियां, थ्रेड इयररिंग, चांद बाली जैसे कई झुमके बिक रहे हैं।

ईद पर मेहंदी का बढ़ रहा शौक

मेंहदी लगा रही रूपाली बताती हैं, “शादी-ब्याह, करवाचौथ, सावन जैसे त्यौहारों में ही लोग मेहंदी लगवाने आते थे। इस बार ईद में भी काफी महिलाएं मेहंदी लगवाने के लिए आईं। महिलाएं सबसे ज्यादा अरेबिक मेहंदी लगवा रही हैं। मेहंदी को लगवाने की शुरुआत 100 रुपए से लेकर हजार रुपए तक है।” 

चूड़ियों की जगह बिक रहे डिजाइनर कंगन

राजधानी की अमीनाबाद की गड़बड़ झाला बाजार में कांच की चूड़ियों की जगह तरह-तरह के ऐनटिक कंगन बिक रहे हैं। कुंदन नग के कंगन, थ्रेड वाले कंगन और नक्काशीदार कंगन खूब बिक रहे हैं। जिसकी लोगों में भारी डिमांड है।

बाजारों में छाया प्लाजो और पैंट स्टाइल पैजामा

चौक की लगभग सभी दुकानों की डमी में तरह-तरह डिजाइन के प्लाजो और पैंट स्टाइल पैजामे लगे हुए हैं। पुराने लखनऊ से चौक की बाजार में शॉपिंग के लिए आई नबीला खान (25 वर्ष) बताती हैं, “जम्पर और सलवार-सूट ईद में हर बार लेते थे, लेकिन इस बार घेरदार प्लाजो के साथ स्ट्रेट कुर्ता लिया है। प्लाजो और भी कुर्ते के साथ पहना जा सकता है और देखने में भी बुरा नहीं लगता है।”

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