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जल्द बनेंगी 65 जिलों में पशु रोग निदान लैब

India

लखनऊ। पशुओं के खून और पेशाब की जांच कराने के लिए पशुपालकों को अब इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। जल्द ही सभी जिलों में पशु रोग निदान लैब बनेगी, जिसके लिए विभाग को लैब के लिए 28 करोड़ रुपए की मंजूरी मिल गई है। 

पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. राजेश वाष्र्णेय ने बताया कि विभाग को लैब सभी जिलों में लैब खोलने के लिए 28 करोड़ रुपए की मंजूरी मिल गई है। अब पशुपालकों को अपने पशुओं के खून व पेशाब के सैंपलों को जांच के लिए कही और नहीं भेजना पड़ेगा बल्कि अपने ही जिलें में स्थापित प्रयोगशाला में जांच करा सकते हैं। प्रत्येक प्रयोगशाला पर 41.33 लाख रुपए की लागत आएगी। 

वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में कुल दस पशु रोग निदान लैब बनी हुई है। इन लैब में प्रोटोजुआ जनित बीमारी (सर्रा, बबेसिओसिस, और आन्तरिक परजीवी (पेट के कीड़े जुएं, चिचड़ी) जैसी बीमारियों का पता लगाने के लिए खून व पेशाब की जांच कराई जाती है। खून की जांच के लिए तीन रुपए और पेशाब की जांच के लिए दस रुपए का खर्चा आता है। 

पशु रोग नियंत्रण और प्रक्षेत्र के निदेशक डॉ. एपी सिंह बताते हैं,’’अभी जो प्रयोगशाला है वो दस मंडलों में है जिससे लोगों को जांच में कराने में दिक्कत आती है और रोग को पहचानने में भी काफी देरी हो जाती है,जिससे उनको आर्थिक नुकसान होता था इसी को देखते हुए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था जिसको मंजूरी मिल गई है।”

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