लखनऊ। केन्द्र सरकार ने तय किया है कि वह अब अलग-अलग राज्यों में हर वर्ष चार से पांच स्थानों पर ‘राष्ट्रीय विद्यालय क्रीड़ाओं’ का आयोजन करायेगी।
इस निर्णय का लक्ष्य विद्यालय स्तर पर विभिन्न खेलों बढ़ावा देकर उनका विकास सुनिश्चित करना है। इसके साथ-साथ उचित संवर्धन और विकास सुनिश्चित करना है। साथ ही, बच्चों की प्रतिभा की प्रारंभिक पहचान एवं उनकी शारीरिक तंदुरूस्ती सुनिश्चित करना भी इसका उद्देश्य है।
राष्ट्रीय विद्यालय क्रीड़ाओं के कुशल आयोजन के लिए खेल विभाग ने भारतीय विद्यालय क्रीडा संगठन (एसजीएफआई) के साथ हाथ मिलाया है। इससे चुनी हुई राज्य सरकारों के साथ खेलों का आयोजन किया जा सकेगा और साथ ही बुनियादी ढांचे का भी विकास किया जा सकेगा।
सरकार ने उम्मीद जताई है कि प्रस्तावित राष्ट्रीय विद्यालय क्रीड़ाओं में देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में बच्चे भाग लेंगे।
इस संदर्भ में इन खेलों को समर्थन देने की एक शुरूआत केरल राज्य में की जा रही है, जहां खेलों को जनवरी 2016 में आयोजित किये जाने का प्रस्ताव है। केरल सरकार द्वारा इन खेलों की मेजबानी के आग्रह को स्वीकार भी कर लिया गया है।