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खड्डी लगाकर आत्मनिर्भर बन रहें मजदूर

India

प्रतापगढ़ । जनपद प्रतापगढ़ की ग्राम पंचायत दाउदपुर व आस-पास के गाँवों में रहने वाले मजदूरों ने रोज़गार का नया तरीका अपनाया है। गाँव के दर्जनों परिवार खड्डी लगाकर जाली बनाने का काम कर रहे हैं, जिससे उन्हें हर दिन पांच सौ से छ: सौ रुपए की आमदनी हो जाती है और वो भी घर बैठे।

प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय से 17 किमी उत्तर दिशा में दाउदपुर गाँव मेंं स्टील के तार से जाली बनाने का काम कर रहे रहे भुल्लर बताते हैं, ”अपनी खड्डी जिसकी लागत 25 से 30 हज़ार है, उसे लगाकर तार जाली का रोजग़ार बड़े आराम से शुरू किया जा सकता है। तार-जाली की खड्डी चलाने के लिए सिर्फ मजदूरों के श्रम की जरूरत होती है। इसमें किसी भी प्रकार की ऊर्जा व बिजली जनरेटर की आवश्यकता नहीं होती और यह घर पर ही किया जा सकता है।”

ग्राम पंचायत दाउदपुर गाँव में पन्द्रह से बीस परिवारों ने अपने घरों में खड्डी लगवाकर जाली बनाने का कार्य कर रहे हैं। इससे गाँव के लोगों को अपने घर पर ही रोज़ी-रोटी मिल रही है। खड्डी लगाकर तार व जाली बनाने का व्यवसाय गाँवों में महिला व पुरुष मजदूरों के लिए प्रेरणादायक साबित हो सकता है। अगर इस तरह के कारोबार का प्रचार-प्रसार किया जाए, तो बहुत से युवा व ग्रामीणों को रोजग़ार के अच्छे अवसर मिल सकते हैं ।

अपने घर पर ही तार जाली का काम करने वाली रामरती ने बताया,”अपनी खड्डी लगाने के बाद अगर कच्चा माल यानी तार खुद खरीदकर जाली तैयार कराया जाए, तो दो लोग पांच से छ: सौ रुपए प्रति दिन कमा सकते हैं।” ”अगर इसमें कच्चे माल में पूंजी न लगाना चाहें, तो जौनपुर के इण्डस्ट्रीयल एरिया-सतहरिया के व्यापारी कच्चा माल (तार) देकर तैयार 100 जाली पर तीन सौ की मजदूरी दे रहे हैं।” रामरती आगे बताती हैं।

रिपोर्टर- मेहताब खान

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