क्या GST के आने के बाद महंगाई से राहत मिलेगी ?

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लखनऊ। आज तक पूरी दुनिया में जब भी किसी सेक्टर में GST को लागू किया गया वहां कभी महंगाई में कमी आने जैसे रुझान देखने को नहीं मिले। थोड़े ही वक्त के लिए वहां महंगाई में इज़ाफ़ा हुआ है। आर्थिक मामलों के जानकार भी इससे सहमत है कि GST लागू से देश में महंगाई बढ़ेगी। दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की सीनियर प्रोफेसर वनिता त्रिपाठी कहती हैं, ”सरकार का ये दावा कि GST लागू होने के बाद महंगाई में कमी आएगी इस तर्क में दम नहीं दिखता है। महंगाई कम होने के बजाय बढ़ेगी।”

पेट्रोल-डीज़ल GST के दायरे से बाहर

सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल, बिजली और शराब को फिलहाल GST के दायरे से बाहर रखकर महंगाई बढ़ने की आशंका को कम करने की कोशिश की है। इसलिए GST का सबसे अधिक असर सेवाओं पर होगा। अभी तक GST संसद में एक तकनीकी बहस बना रहा है। लेकिन इसके पास होने के बाद ये सड़क पर एक राजनीतिक मुद्दा बन सकता है।

कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम पहले ही पहले कह चुके हैं कि अगर टैक्स की दरें 18 फीसद से अधिक रहीं तो सड़क पर विरोध किया जाएगा। लेकिन 18 फ़ीसद की दर भी बहुत सारी चीजों को महंगा बना देगी, जैसे बाहर खाना, फ़ोन बिल, सिनेमा और इसी तरह की कई अन्य सेवाएं। ये सारी चीजें उच्च मध्यवर्ग को सीधे चुभ सकती हैं और साथ ही महंगाई भी बढ़ेगी।

आर्थिक मामलों के जानकार सोमेश शुक्ला कहते हैं, ”GST लागू करके सरकार नई बोतल में पुरानी शराब पेश करने की कोशिश कर रही है। GST लागू होने से महंगाई कम नहीं होगी। ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि सरकार इनपुट कॉस्ट में किस तरह की बढ़ोतरी या कटौती करती है।”

GST लागू होने से क्या होगा महंगा

चाय-कॉफी, डिब्बाबंद फूड प्रोडक्ट 12% तक महंगे होंगे। बता दें कि इन प्रोडक्ट्स पर अभी तक ड्यूटी नहीं लगती थी जो कि GST के बाद से टैक्स के दायरे में आ जाएंगे। सर्विसेज पर नज़र डालें तो मोबाइल बिल, क्रेडिट कार्ड का बिल भी महंगा होने वाला है. फिलहाल  सर्विसेस पर 15% टैक्स (14% सर्विस टैक्स, 0.5% स्वच्छ भारत सेस, 0.5% कृषि कल्याण सेस) लगता है। जीएसटी होने पर ये बढ़कर 18% से ज्यादा हो जाएगा। GST आने के बाद MRP पर टैक्स लगने लगेगा जो फिलहाल डिस्काउंट के बाद वाले दम पर लगता है। GST के बाद जेम्स एंड ज्वैलरी महंगी होना तय है क्योंकि इस पर अभी 3% ड्यूटी लगती है जो GST के बाद बढ़कर 17% तक हो जाएगी। रेडिमेड गारमेंट भी महंगे होंगे क्योंकि फ़िलहाल इन पर 4 से 5% वैट लगता है जो GST के बाद 12% हो जाएगा।

GST लागू होने से क्या होगा सस्ता ?

GST के लागू होने के बाद लेनदेन पर से वैट और सर्विस टैक्स ख़त्म हो जाएगा। ऐसा होने के बाद घर खरीदना पहले के मुकाबले सस्ता हो सकता है। घर खरीदने के अलावा रेस्टोरेंट का बिल भी कम हो जाएगा। बता दें कि फिलहाल वैट हर राज्यों के लिए अलग-अलग और 6% सर्विस टैक्स बिल के 40% हिस्से पर 15% दोनों लगता है। जीएसटी के तहत सिर्फ एक टैक्स लगेगा और ये आपकी जेब के लिए फायदेमंद होगा. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे एयरकंडीशनर, माइक्रोवेव ओवन, फ्रिज, वाशिंग मशीन सस्ती हागी। फिलहाल 12.5% एक्साइज और 14.5% वैट लगता है। जीएसटी के बाद सिर्फ 18% टैक्स लगेगा। खरीदारी के अलावा माल ढुलाई भी 20% सस्ती होगी जिसका फायदा लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री को मिलेगा।

महंगाई का दौर लंबा भी खींच सकता है

जानकारों का मानना है कि GST लागू होने के बाद महंगाई का दौर एक साल से लेकर तीन साल तक खींच सकता है। आर्थिक मामलों के जानकार सोमेश शुक्ला कहते हैं, ”GST लागू होने से कई सेक्टर्स पर सकारात्मक तो कई पर नकारात्मक असर पड़ेगा। GST लागू होने के बाद कुछ सेक्टर्स में टैक्स दरें बढ़ेंगी जिसका सीधा असर कीमतों पर पड़ेगा जिससे महंगाई में इज़ाफ़ा होगा।”

GST से किन सेक्टर्स पर पड़ेगा असर

सेक्टर      मौजूदा टैक्स          GST के बाद

बैंकिंग          15%                 18%

FMCG        22%                 18%

फूड सेक्टर      15%                  18%

मीडिया          22%                  18%   

टेलीकॉम        22%                  18%   

ऑटो             27%                  18%   

मेटल             18%                   18%   

फार्मा             15%                  18%   

रियल एस्टेट   15%                  16%

महंगाई का होगा चुनावों पर असर 

मान लीजिए GST अगले साल के मध्य में पूरी तरह लागू हो और इसके कारण महंगाई बहुत बढ़ जाए, तो इसका राजनीतिक असर 2018 में दस राज्यों में होने वाले चुनावों में पड़ेगा। अच्छे मानसून, सातवें वेतन आयोग और निवेश में बढ़ोतरी के साथ, ऊंची महंगाई दर मोदी सरकार पर 2019 के आम चुनाव से ठीक पहले असर डाल सकती है। साल 2018 में गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंड और त्रिपुरा के चुनाव होंगे। इसके अगले साल आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, ओडिशा, तेलंगाना, सिक्किम, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में चुनाव होने हैं।

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