लखनऊ में हाई सिक्योरिटी जोन में मिली छात्रा की लाश

India

लखनऊ। पिछले पांच दिनों से लापता जानकीपुरम की बारहवीं की छात्रा स्मिता (बदला हुआ नाम) की लाश मुख्यमंत्री आवास से सिर्फ दो सौ मीटर और डीजीपी ऑफिस से सौ मीटर की दूरी पर जंगल में मिली। छात्रा के हाथ-पैर एक पेड़ से बंधे हुए थे और उसके कपड़े भी फटे हुए थे।

जानकीपुरम के रहने वाले आगरा एक्सपेस-वे में सिविल इंजीनियर की बेटी स्मिता पांच दिन पहले को घर से साइकिल से स्कूल के लिए निकली थी। मृतक छात्रा के पिता ने बताया, “दोपहर दो बजे तक जब वो स्कूल से नहीं लौटी तो उसकी मां ने स्कूल में फोन किया तो पता चला कि वो स्कूल ही नहीं आयी थी। इसके बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।”

पुलिस ने स्मिता की तलाश के लिए उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लिया। सर्विलांस पर उसकी लास्ट लोकेशन पार्क रोड पर दिखाई दी। इसके बाद परिजन और पुलिस ने वहां जाकर उसकी तलाश की लेकिन वह नहीं मिली। थक हार कर पुलिस और परिजन लौट गए। इसके बाद अगले दिन पुलिस को पूजा के मोबाइल की लोकेशन हैदरगढ़ बाराबंकी मिली। लोकेशन ट्रेस करते हुए जब पुलिस हैदरगढ़ पहुंची तो पता चला कि वह घर एक रिक्शेवाले सुरेंद्र का है जो जियामऊ के पास ही रिक्शा चलाता है। 14 फरवरी देर रात काफी छानबीन के बाद पुलिस ने रिक्शेवाले को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने मोबाइल के बारे में बताया। रिक्शेवाले सुरेंद्र ने बताया कि 10 फरवरी की रात को वह शौच के लिए जंगलों में गया था तो उसे वह मोबाइल लाश के पास मिला। उसने मोबाइल उठा लिया और डर के कारण पुलिस को इस बात की जानकारी नहीं दी।

स्मिता के पिता बताते हैं, ”अगर सही समय पर पुलिस जांच पर लग जाती तो मेरी बेटी आज जिंदा होती, स्कूल के लिए निकली थी ये नहीं पता था कि अब आएगी ही नहीं।” अभी तक स्मिता की साइकिल और उसका बैग बरामद नहीं हुआ है। पुलिस इसकी तलाश में जुटी है। पुलिस प्रेम प्रसंग से इनकार नहीं कर रही है। मामले की जांच जारी है।

Recent Posts



More Posts

popular Posts