लखनऊ (भाषा)। पार्टी मुखिया मायावती से बगावत करके बसपा से अलग हुए स्वामी प्रसाद मौर्य की महारैली के बाद उन्हीं के नक्शेकदम पर चलकर पार्टी छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता आरके चौधरी भी आगामी 26 जुलाई को छत्रपति शाहूजी महाराज के जन्मदिन पर रैली करके अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन करेंगे।
चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मायावती ने बसपा को रियल एस्टेट कम्पनी बना दिया है और बसपा संस्थापक काशीराम का सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन अब चौपट होने की कगार पर है। इस विस्फोटक स्थिति को देखते हुए फैसला लिया गया है कि महात्मा ज्योतिबा फूले, छत्रपति शाहू जी, बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और कांशीराम की विचारधारा पर काम करके सामाजिक परिवर्तन के आन्दोलन को आगे बढ़ाने की कोशिश की जाए।
पिछली 30 जून को बसपा छोड़ने वाले चौधरी ने बताया कि इसी सिलसिले में सामाजिक परिवर्तन के महानायक और आरक्षण के जनक छत्रपति शाहू जी महाराज के जन्म दिवस 26 जुलाई को लखनऊ स्थित महाराज बिजली पासी किले में बीएस-4 के बैनर तले एक विशाल रैली आयोजित की जायेगी। इसके जरिये वह अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन करेंगे।
मालूम हो कि बसपा के प्रमुख नेताओं में शुमार किये जाने वाले और विधानसभा में विपक्ष के तत्कालीन नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पिछली 22 जून को मायावती पर चुनाव टिकट बेचने और अन्य गम्भीर आरोप लगाते हुए बसपा छोड़ दी थी। उन्होंने बीती एक जुलाई को एक महारैली आयोजित की थी, जिसमें बसपा के 25-30 पूर्व विधायक, सांसद और मंत्री शामिल हुए थे। मौर्य ने दावा किया था कि बसपा के 10 मौजूदा विधायक भी उनके साथ हैं और वे सही मौका मिलने पर बसपा छोड़ देंगे।