पहले ‘उड़ता पंजाब’, ‘फिर द ग्रेट ग्रैंड मस्ती’ और अब ‘सुल्तान’, एक के बाद एक फिल्में रिलीज से पहले ही ऑनलाइन लीक हो चुकी हैं। यह न सिर्फ कानूनन जुर्म है बल्कि इससे फिल्मों के प्रदर्शन पर भी असर पड़ता है। हर बार की तरह पुलिस मामले की जांच करती रहती है लेकिन फिल्म लीक होने के बाद कई लोग फ्री में इसे देखकर अपना मन भर लेते हैं। इसका नतीजा, फिल्म कुछ हफ्ते लगने के बाद सिनेमाघरों से उतर जाती है और साथ ही पुलिस जांच भी ठंडे बस्ते चली जाती है।
इससे पहले भी कई फिल्में जिनसे काफी कमाई होने की उम्मीद थी, रिलीज से पहले ही इंटरनेट पर लीक हो गईं। जिसकी वजह से उनके बिजनेस पर काफी असर पड़ा। जानते हैं इन फिल्मों और लीक होने के पीछे वजह के बारे में-
उड़ता पंजाब
17 जून को रिलीज हुई अभिषेक चौबे की फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ को कोई कैसे भूल सकता है? रिलीज होने से पहले विवादों में रही यह फिल्म रिलीज से ठीक 48 घंटे के भीतर लीक हो गई थी। फिल्म टॉरेंट और डार्कनेट पर आसानी से उपलब्ध हो गई थी। इसी वजह से फिल्म के बिजनेस पर भी असर पड़ा था। फिल्म 17 दिनों में सिर्फ 60 करोड़ रुपए का बिजनेस ही कर पाई थी।
द ग्रेट ग्रैंड मस्ती
इंद्र कुमार निर्देशित फिल्म द ग्रेट ग्रैंड मस्ती भी रिलीज से दो हफ्ते पहले ऑनलाइन लीक हो चुकी है। इस फिल्म की पायरेटेड सीडी और पेन ड्राइव बाजार में भी आसानी से उपलब्ध है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन इस तरह बाजार में खुलेआम बिकने से फिल्म के कलेक्शन पर असर पड़ेगा।
मांझी- द माउंटेन मैन
2015 में मशहूर निर्देशक केतन मेहता ने एक बायोपिक बनाई थी ‘मांझी द माउंटेन मैन’। फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने मांझी का किरदार निभाया था। फिल्म में उनका अभिनय जबर्दस्त था लेकिन उनकी सारी मेहनत पर पानी फिर गया जब फिल्म रिलीज होने से काफी पहले ही इंटरनेट पर लीक हो गई थी। इस वजह से फिल्म की बॉक्स ऑफिस कमाई काफी कम रही। फिल्म बस 8.57 करोड़ रुपए का ही बिजनेस कर पाई।
मोहल्ला अस्सी
इसी तरह से चंद्र प्रकाश द्विवेदी की फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ इंटरनेट पर इस तरह लीक हुई कि वायरल हो गई। इस फिल्म को आज तक रिलीज होने के लिए सिनेमा हॉल नसीब ना हुए। फिल्म निर्माता निर्देशक को जो घाटा हुआ सो हुआ, बड़ी संख्या में वैसे दर्शक जो सिर्फ सिनेमा हॉल में ही फिल्में देखना चाहते है, एक अच्छी फिल्म देखने से महरूम रह गए।
तेरा क्या होगा जॉनी
सुधीर मिश्रा की 2008 में आई फिल्म ‘तेरा क्या होगा जॉनी’ भी रिलीज से पहले लीक हो गई थी। नील नीतिन मुकेश की यह फिल्म बनते वक्त काफी चर्चा में थी। सुधीर मिश्रा ने इसकी बाकायदा एफआईआर भी करवाई। फिल्म 2010 में रिलीज तो हुई लेकिन बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाई नहीं कर पाई।
आखिर क्यों लीक हो जाती हैं फिल्में
भारत में फिल्में बनाने, विकसित करने का तरीका काफी असुरक्षित है। कई बार ऐसी शिकायतें आती हैं कि फिल्म प्रोसेसिंग लैब के कर्मचारी थोड़े पैसों के लालच में फिल्में लीक कराने में शामिल रहते हैं। हालिया लीक हुई फिल्म में तो सेंसर बोर्ड की ही तरफ उंगली उठ रही है। हालांकि सेंसर बोर्ड अध्यक्ष ने इससे इंकार किया है।
आपने कई बार देखा होगा कि शूटिंग के दौरान फिल्म की शूटिंग के कुछ सीन या फिर तस्वीरें सोशल मीडिया पर लीक होती है, ठीक उसी तरह लोग फिल्में भी लीक कर देते हैं। हाल ही में सलमान ने अपने एक इंटरव्यू में भी इस बात को माना था कि उनकी फिल्म सुल्तान की जो फोटो वायरल हुई वह क्रू मेंबर द्वारा की गई थी। फिल्म के प्रमोशन के लिए कई जगहों पर फिल्म की कॉपी टेलीविजन या कॉर्पोरेट जगहों पर भेजी जाती है, जहां से फिल्म लीक होने का खतरा रहता है।
सेंसर ने निकाला रास्ता
ऑनलाइन लीक को रोकने के लिए सेंसर बोर्ड ने एक बड़ा कदम उठाया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने फैसला किया है कि कोई भी फिल्म अब डीवीडी फॉर्मेट में सेंसर बोर्ड को नहीं भेजी जाएगी। सेंसर सर्टिफिकेट के लिए जो भी फिल्म भेजी जाएगी, वो डीसीपी फॉर्मेट (डिजीटल सिनेमा प्रोजेक्शन) में होगी। ऐसे में सेंसर कॉपी ऑनलाइन लीक नहीं हो पाएगी। उड़ता पंजाब जब लीक हुई तो उसपर सेंसर कॉपी लिखा हुआ था इसलिए ऐसी संभावना जताई गई कि सेंसर बोर्ड ने ही तो कहीं फिल्म को लीक नहीं कर दिया।