नई दिल्ली (भाषा)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि बाहरी मुल्कों में संकट में फंसे भारतीयों की सहायता करना सरकार की प्राथमिकता है और इनमें शादी में धोखाधड़ी से जुड़े मामले भी शामिल हैं।
लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में सुषमा स्वराज ने कहा कि मंत्रालय को भारतीय महिलाओं से ऐसी शिकायतें मिलती रही हैं जिनमें कहा गया है कि उनसे शादी करने वाले प्रवासी भारतीय पुरषों ने इस तथ्य को उनसे छिपाया कि वो पहले से शादीशुदा थे।
उन्होंने कहा कि हमारे सामने समस्या ये है कि गोपनीयता के आधार पर विदेशी सरकारें ऐसी जानकारी भारतीय मिशनों या मंत्रालयों के साथ साझा नहीं करतीं। वैवाहिक अधिकारों की बहाली और निवारण की इच्छुक भारतीय महिलाएं जब भारत में या विदेशों में मामला दर्ज कराती हैं तो पति को न्यायिक समन भेजना कठिन हो जाता है क्योंकि अधिकांश मामलों में विदेशों में उनका पता मालूम नहीं होता है।
विदेश मंत्री ने कहा कि जब प्रवासी भारतीय पति को भारत में अदालती कार्यवाही के सामने उपस्थित होने के लिए समन भेजे जाते हैं तो भारतीय मिशनों और पोस्ट के पास ऐसे कोई साधन नहीं हैं जो आदेश को लागू करवा सकें। मंत्रालय द्वारा अनिवासी पति के भारतीय पासपोर्ट को कोर्ट के आदेश के आधार पर ही जब्त या निरस्त किया जा सकता है।