बाराबंकी। जिले में लगातार भूमाफियाओं द्वारा सरकारी तालाबों पर अवैध कब्जा कर प्लाटिंग किया जा रहा है और कब्जा करवाने में प्रशासन की मिली भगत सामने आ रही है। एक तरफ सरकार मनरेगा योजना के तहत करोड़ों अरबों रुपए लगाकर तालाबों की खुदाई करवाई जा रही है, वहीं भूमाफिया तालाबों को पाट कर उन पर अवैध प्लाटिंग कर मोटी रकम कमा रहे हैं।
एक तरफ सूखे से लोग बेहाल है और लगातार आगजनी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। इसके बावजूद भी भूमाफिया तो तालाब पाट ही रहे हैं, साथ ही लोग भी तालाब में कूड़ा फेंककर उसका अस्तित्व खत्म कर रहे हैं। जिला मुख्यालय के ब्लॉक बंकी नगर पंचायत में अगर देखा जाए तो सबसे ज्यादा सरकारी तालाबों की पटाई की गई है और आज उसी तालाब पर प्लाटिंग करके मकान तैयार किये जा रहे हैं। बंकी नगर पंचायत के मंझपुरवा में हो रहे सरकारी तालाबों पर भूमाफियाओं के खिलाफ स्थानीय सैकड़ों लोगों ने अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू कर दिया है तो वहीं बंकी के पानी टंकी के सामने सबसे बड़े और पुराने तालाब को भूमाफियाओं ने पाटकर उस पर प्लाटिंग कर रहे हैं।
ये हाल सिर्फ जिला मुख्यालय के बंकी ब्लॉक तक ही सीमित नहीं है, पूरे जिले में सरकारी तालाबों पर आफत सी आ गई है। कहीं कोई तालाब पर बिल्डिंग बनाए हुए हैं तो कहीं कोई तालाब को पाटकर कामर्शियल दुकानें बनाकर उनसे लाखों रुपए महीने कमा रहा है। तहसील रामसनेहीघाट के जेठौतीराज पुतान गाँव के तो भू माफियाओं ने तो हद ही कर दी है जहां सरकारी अभिलेखों में दर्ज 26 तालाबों में से मात्र 20 तालाब ही गाँव में बचे हैं।
जिलाधिकारी अजय यादव ने इस मामले में सख्त कार्यवाही करवाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जिले में एक साथ तीन सौ तालाबों की खोदाई करवाई जा रही है और जहां-जहां तालाबों पर कब्जे हैं, उन्हें कब्जा मुक्त करवाया जाएगा, जिसके लिए सभी तहसील के उपजिलाधिकारी को इस सम्बन्ध में निर्देश दिए जा चुके हैं।