लखनऊ। उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन विभाग और रेलवे विभाग होली में घर जाने वाले यात्रियों को स्पेशल ट्रेन और बसों की सुविधा दे रहा है, बावजूद इसके यत्रियों को परेशानी हो रही है।
रेलवे प्रबन्धक डीके शुक्ला का कहना है कि होली के अवसर पर सात स्पेशल ट्रेनें लखनऊ से दिल्ली चलायी गई हैं और एक बरौनी से दिल्ली के लिए है फिर भी होली में घर जाने वालो की भीड़ लगी है और ट्रेनों में 400 से 500 तक वेटिंग है। रिजर्वेशन काउन्टर पर खड़े यात्री अनुपम श्रीवास्तव ने गाँव कनेक्शन को बताया कि बाम्बे के लिए कोई स्पेशल ट्रेन नहीं है लखनऊ से। कम से कम होली के एक सप्ताह पहले से एक सप्ताह बाद तक स्पेशल ट्रेनें चलाई जानी चाहिए जिससे होली पर घर जाने वाले यात्री को सहूलियत हो।
वहीं परिवहन निगम प्रबंधन त्योहार के दौरान होने वाली भीड़ से निपटने के लिए हर रूट पर अतिरिक्त बसों का संचालन करा रही है। इस समय लगभग 157 बसों का संचालन किया जा रहा है। होली के अवसर पर वॉल्वो में भी सीटें भर गई हैं। दो दिन पहले से ही होली के लिए रिजरवेशन बन्द हो गए है। लोकल बसों में भी होली के चलते भारी भीड़ है बैठने की जगह खड़े होकर सफर करने को मजबूर है। दिल्ली, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बलरामपुर, बरेली, वाराणसी और इलाहाबाद के रूटों पर त्यौहार के दौरान अच्छी खासी सवारियां बस में सफर करती हैं।
जनरल काउन्टर पर खड़े अमीनाबाद के इरफान ने बताया कि होली के मौके पर इतनी भीड़ होती है कि रिजर्वेशन होने के बाद भी सीट पर जगह नहीं मिलती। इसकी वजह से सफर में बहुत परेशानी होती है।
बंद पड़े रिजर्वेशन काउन्टर
होली त्यौहार के चलते रेलवे स्पेशल ट्रेनें चला रहा है तो दूसरी ओर रेलवे के रिजर्वेशन काउन्टर आधे से ज्यादा खाली पड़े हैं। रेलवे ने 24 रिजर्वेशन काउन्टर बना रखे हैं जिसमें से सिर्फ चार ही खुले हैं, बाकी खाली पड़े हैं। रेलवे प्रबन्धक अरुण कुमार दोहरे ने बताया कि उनको काउन्टर खाली होने के विषय में नहीं पता है और जब भीड़ होगी तो हम अतिरिक्त यात्रियों की सुविधा के लिए खोलेंगे।
भीड़ बहुत लेकिन चेकिंग नहीं
सोमवार को घर जाने वाले और लखनऊ आने वाले यात्रियों की खासी भीड़ प्लेटफार्म पर थी। इसके बावजूद भी सुरक्षा को लेकर कोई खास इंतजाम नहीं थे। आने-जाने वालों के टिकट की चेकिंग भी नहीं हो रही थी। रेलवे स्टेशन आए यात्री शोभित से प्लेटफार्म टिकट लेने के बारे में बात की गई तो उसने बताया कि मैंने कोई प्लेटफार्म टिकट नहीं लिया क्योंकि किसी ने रोका नहीं तो टिकट लेने की जरूरत ही नहीं पड़ी।
रिपोर्टर – दरखशां कदीर सिद्दीकी