नई दिल्ली (भाषा)। उत्तराखंड विधानसभा में हुए शक्ति परीक्षण में हरीश रावत ने बहुमत हासिल कर लिया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मंगलवार को उत्तराखंड विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराया गया था। नतीजे को एक सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट में जमा कराया गया था।
यह लिफाफा बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में खोला गया। हरीश रावत के पक्ष में 33 विधायक थे। कुल 61 विधायकों ने मतदान किया था।कोर्ट ने कहा कि मतदान के दौरान गड़बड़ी नहीं पाई गई। अयोग्यता की वजह से नौ विधायक मतदान नहीं कर सके।
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि पिछले महीने लगाया गया राष्ट्रपति शासन हटा लिया जाएगा आैर हरीश रावत बतौर सीएम काम कर सकते हैं। केंद्रीय कैबिनेट ने बैठक कर फैसला लिया कि राष्ट्रपति शासन हटा लिया जाए।। नायडू ने मीडिया को सूचित किया कि यह फैसला ले लिया गया है।
अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग न करे सरकार
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन को रावत को बहुमत मिलने की जानकारी देते हुए उम्मीद जताई कि “आइंदा केंद्र सरकार अनुच्छेद-356 का दुरुपयोग नहीं करेगी और लोकतंत्र की हत्या नहीं करेगी।