हरचंदपुर (रायबरेली)। किसानों ने धान की रोपाई शुरु कर दी है, लेकिन कुछ ऐसे भी गाँव हैं जहां पिछले कई वर्षों से नहर झाड़ियों से पटा हैं और उसमें पानी नहीं आ रहा है। इससे किसानों की धान की खेती पिछड़ रही है।
रायबरेली जिला मुख्यालय से लगभग 15 किमी दूर उत्तर दिशा में पूरे पंडित, अजमत उल्लाहगंज जैसे कई गाँवों से माइनर होकर गुजरती है। माइनर की पिछले कई वर्षों से सफाई नहीं हुई, जिससे उनकी खेती प्रभावित हो रही है।
पूरे पंडित के रहने वाले किसान मुकेश कुमार (35 वर्ष) कहते हैं, “नहर में पानी ही नहीं छोड़ा जा रहा है, हम लोग इसके लिए कई बार ब्लॉक भी गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।” वो आगे बताते हैं, “इस बार बताया गया था कि नहर में पानी आ जाएगा, इसलिए कई किसानों ने नर्सरी भी डाल दी है, बिना सिंचाई के नर्सरी भी पीली पड़ने लगी है।”
मुकेश कुमार अकेले किसान नहीं हैं, उनके आस-पास के कई किसान हैं जिनके पास सिंचाई का कोई भी संसाधन न होने से डीजल इंजन के भरोसे ही खेती कर रहे हैं।
कुछ किसानों ने अपने निजी डीजल इंजन से धान की रोपाई भी शुरु कर दी है, लेकिन जिनका खेत नहर के किनारे है और सिंचाई का दूसरा कोई साधन नहीं है। उनके लिए धान खेती करना मुश्किल हो रहा है। कई किसानों ने बारिश के बाद रोपाई शुरु भी कर दी है, लेकिन अगर समय से पानी नहीं आया तो फसल सूख जाएगी।
स्वयं वालेंटियर: नीरज कुमार
स्कूल: बाल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क