29 बटालियन सीमा सुरक्षा बल के जवान तेज बहादुर यादव के वीडियो इंटरनेट पर छाए हुए हैं। बीते दो दिनों में तेज बहादुर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर जो वीडियो लगाएं हैं वो हैरान करने वाले हैं। वीडियो में उन्होंने दिखाया है कि सीमा सुरक्षा बल के जवानों को बेहद निम्न स्तर का भोजन परोसा जाता है। ग्यारह घंटे की सख्त ड्यूटी के बाद उन्हें सिर्फ हल्दी, नमक वाली दाल और जली हुई रोटियां दी जाती हैं। सोशल मीडिया पर उनके वीडियो को अब तक लाखों लोग देख चुके हैं, आप भी देखिए
मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से ही देशभर से तीखी प्रतिक्रिया आ रही है। हालांकि ये जांच का विषय है कि तेज बहादुर की वीडियो सही है या नहीं, लेकिन अगर ऐसा है तो ये वाकई गंभीर बात है। इस दौरान ये जानना भी ज़रूरी है कि सेना के जवानों को आम तौर पर क्या खाने में दिया जाता है, सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक क्या होता है उनका मेन्यू, आइये जानें
सुबह का नाश्ता
सेना के जवानों को सुबह के वक्त चाय के साथ पूड़ी और आलू/कद्दू की सब्ज़ी दी जाती है। अगर कोई जवान चाहे तो वो पूरी की जगह सिर्फ रोटी भी ले सकता है लेकिन सब्ज़ी वही दी जाती है जो पूरी बटालियन के लिए बनती है। पूरियों के आटे में ज़ीरा भी मिलाया जाता है। खास मौकों पर अंडे की भुर्जी भी नाश्ते में शामिल होती है।
दोपहर का खाना
दोपहर के खाने में दाल, मौसमी रसेदार सब्ज़ी और आलू की सूखी सब्ज़ी के साथ रोटी दी जाती है। जवानों को खाने के साथ दूध भी दिया जाता है। दोपहर के खाने में उबला हुआ या फिर तला हुआ अंडा भी होता है। ये मेन्यू मौसम के हिसाब से बदलता भी रहता है। गर्म मौसम में लस्सी का भी इंतज़ाम रहता है। हफ्ते में किसी एक दिन या खास मौकों पर गोश्त भी बनता है। ड्यूटी के दौरान नींद न आए इसलिए आमतौर पर दोपहर के खाने में चावल नहीं होते।
शाम की चाय
सेना के जवानों के लिए शाम की चाय के साथ कुछ न कुछ खाने का इंतज़ाम ज़रूर होता है। आमतौर पर चाय के साथ नमकपारे दिये जाते हैं। वो जवान जो आर्मी कैंटीन के पास तैनात होते हैं उनके लिए समासे भी रहते हैं। समोसा के अलावा आलू बोंडा, बेसन के लड्डू भी शाम के नाश्ते के तौर पर जवानों को दिये जाते हैं।
रात का खाना
जवानों को रात के खाने में दाल, रोटी, कोई मौसमी सब्ज़ी और चावल दिये जाते हैं। सभी के लिए खाने के बाद मीठे का भी इंतज़ाम रहता है। आमतौर पर मीठे में दूध और चावल की खीर होती है। त्योहारों या किसी दूसरे खास मौके पर चिकन या मटन की कोई डिश भी बनाई जाती है। जो जवान सिर्फ शाकाहारी होते हैं उनके लिए अलग से इंतज़ाम किया जाता है। सर्दी के मौसम में खाने के बाद गुड़ भी दिया जाता है, माना जाता है कि गुड़ शरीर को अंदर से गर्म रखता है।
रम
अक्सर जवान ऐसी जगहों पर तैनात होते हैं जहां तापमान शून्य से भी नीचे होता है, ऐसे में ये बेहद ज़रूरी हो जाता है कि शरीर का तापमान बना रहे। सेना के जवानों को इसके लिए रम दी जाती है। माना जाता है कि रम शरीर को अंदर से गर्म रखती है। आर्मी कैंटीन में कई ब्राड्स की रम उपलब्ध रहती हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री राज नाथ सिंह ने तेज बहादुर की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वोडियोज़ का संज्ञान लिया है और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों से मामले पर रिपोर्ट देने को कहा है।