द गोल्डन ऑवर अभियान: सांपों लेकर जानकारी बढ़ाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के लिए जागरूकता कार्यक्रम

ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के बीच सर्पदंश के काटने के बारे में जागरूकता बढ़ाने लिए गाँव कनेक्शन ने अपने 'द गोल्डन ऑवर' अभियान के तहत 18 जुलाई को कुनौरा गाँव के भारतीय ग्रामीण विद्यालय में एक कार्यशाला का आयोजन किया।

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स्कूल के बड़े से हॉल में छात्र-छात्राएं प्रोजेक्टर पर चल रही एक-एक स्लाइड्स को बड़ी उत्सुकता से देख रहे थे, अभी तक उनके मन में सांपों के लेकर जो भी सवाल थे, सब दूर हो रहे थे।

नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली मानसी भी उन्हीं में से एक हैं, मानसी ने गाँव कनेक्शन से बताया, "मैंने सीखा कि सांप दिख जाए तो उसे मारना नहीं चाहिए। अगर किसी को सांप काट लेता है तो उसे सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर, एंटी-वेनम का इंजेक्शन देना चाहिए। झोलाछाप में समय नहीं बर्बाद करना चाहिए।

जागरूकता कार्यक्रम का संचालन पर्यावरणम सोसाइटी नाम की एक गैर-सरकारी संगठन के आदित्य तिवारी किया। कार्यशाला में सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने शामिल हुए। इसमें प्रोजेक्टर के माध्यम से ऑडियो-विजुअल सहायता शामिल थी ताकि छात्रों को आसानी से समझाया जा सके।

आदित्य तिवारी ने बच्चों को गोल्डन ऑवर यानी उस समय का महत्व समझाया जिसका ध्यान रखकर सर्पदंश से लोगों को बचाया जा सकता है। अगर किसी का सांप काटता है तो बिना समय गवाएं अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर एंटी-वेनम का इंजेक्शन लगवाएं।


आदित्य ने बच्चों को आगे समझाया कि कैसे जहरीले और गैर जहरीले सांपों को पहचान सकते हैं। अगर घर या खेत में सांप दिख जाए तो क्या करना चाहिए।

सांप के काटने से होने वाली मौतों को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाने के मकसद से गाँव कनेक्शन ने 16 जुलाई को विश्व सांप दिवस पर 'द गोल्डन ऑवर' नाम से एक महीने का अभियान शुरू किया है। इस अभियान में ग्राउंड रिपोर्ट, वीडियो, पॉडकास्ट, वर्कशॉप, नुक्कड़ नाटक और विशेषज्ञों की सलाह शामिल होगी ताकि सांप के काटने से होने वाली मौत को रोकने में मदद मिल सके।

भारत में लगभग 90 प्रतिशत मामले 'बिग फोर'- करैत, भारतीय कोबरा, रसेल वाइपर और आरी स्केल्ड वाइपर के काटने के होते हैं। जुलाई 2020 के अध्ययन से पता चलता है कि सर्पदंश से होने वाली मौतों में से 70 प्रतिशत आठ राज्यों - बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश (जिसमें अभी हाल ही में बना तेलंगाना राज्य शामिल है), राजस्थान और गुजरात में हुई। हर साल 8,700 मौतों के साथ उत्तर प्रदेश इस सूची में सबसे ऊपर है।

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