टेलीमेडिसन से ग्रामीणों का बेहतर इलाज

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टेलीमेडिसन से ग्रामीणों का बेहतर इलाजgaonconnection

रायबरेली। कन्नावां गाँव के निवासी बाबूलाल (66 वर्ष) ने अपने गाँव के नज़दीकी सीएचसी, बछरावां में अपनी दाहिनी आंख के ट्यूमर का चेकअप टेलीमेडिसन सेंटर में करवाया है। गाँव में आंख के ट्यूमर का इलाज जहां अभी तक एक सपना था, वहीं अब ट्यूमर जैसे गंभीर रोगों का इलाज गाँवों में संभव हो गया है।

ग्रामीण चिकित्सा क्षेत्र में इस बड़े बदलाव का नाम है टेलीमेडिसन सुविधा। इस सुविधा के बारे में टेलीमेडिसन केंद्र प्रभारी दीनानाथ पांडेय बताते हैं,’’ हमारे केंद्र पर अभी सिर्फ आथ्मोलॉजी (नेत्र संबंधी रोग) ही देखे जा रहे हैं। बाबूलाल के चेकअप में हमने उनकी आंखों के ट्यूमर की जांच पीजीआई के डॉक्टरों के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए की। प्रारंभिक इलाज के लिए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।’’ अब दूर-दराज के गाँवों में रहने वाले लोगों को न्यूरोलोजिकल, ह्रदय संबंधी या किसी भी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बड़े महानगरों के अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

रायबरेली के बछरावां सीएचसी केंद्र में शुरू हुआ गंभीर रोगों का इलाज

बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज अब जिला अस्पताल में ही संभव हो सकेगा क्योंकि अब रायबरेली जिला स्वास्थ्य विभाग ने टेलीमेडिसन सुविधा को गाँवों तक पहुंचाने की एक नई पहल शुरू की है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किए गए सीएचसी-पीएचसी में तैनात डॉक्टर अब रायबरेली व लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के डॉक्टरों से सीधे बात करके लोगों का बेहतर इलाज कर रहे हैं। इस सुविधा के बारे में जिला अस्पताल, रायबरेली के सीएमएस डॉ. एनके श्रीवास्तव ने गाँव कनेक्शन को बताया,’’ जिले में टेलीमेडिसन सुविधा को अब हम गाँव-गाँव तक पहुंचा रहे हैं। इस सुविधा की शुरुआत बछरावां क्षेत्र के सामुदायिक चिकित्सा केंद्र से हो चुकी है। इस केंद्र पर आए हुए मामले को आगे के इलाज के लिए रायबरेली जिला चिकित्सालय रेफर किया जाता है। ‘’

पिछले वर्ष केंद्र सरकार (स्वास्थ्य विभाग) की टीम ने जिला अस्पताल में स्थापित किए गए टेलीमेडिसन सेंटर का दौरा किया और इसकी सुविधाओं को जिलेभर के ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने पर खासा ज़ोर दिया था, जिसके बाद इस पहल की शुरुआत हुई है। बाबूलाल की तरह ही उन्नाव जिले के करन (10 वर्ष) ने भी अपनी आंख का इलाज इस टेलीमेडिसन केंद्र पर कराया है।

करन की बाईं आंख में धब्बा था, जिसका सफलतापूर्वक केंद्र पर चेकअप किया गया। रायबरेली जिला अस्पताल के टेलीमेडिसन केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में 25 से ज़्यादा गंभीर मामलों पर पीजीआई के डॉक्टरों के मदद ली गई है औऱ उनका सफलता से इलाज किया गया है। ‘’जिला अस्पताल में टेलीमेडिसन सेंटर की शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी।

इस सेंटर को सीधे एसजीपीजीआई, लखनऊ से जोड़ा गया है। इस केंद्र में जिले के न्यूरो व बड़ी सर्जरी से संबंधित मामलों का सीधे लखनऊ के डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया जाता है।’’ डॉ. एनके श्रीवास्तव आगे बताते हैं।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

 

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