उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी ख़बर, अखिलेश यादव की हुई साइकिल, चुनाव आयोग ने सुनाया फैसला
गाँव कनेक्शन 16 Jan 2017 9:43 PM GMT

नई दिल्ली। अखिलेश यादव के समर्थकों के लिए बड़ी खबर है। समाजवादी पार्टी के बाद उन्हें पार्टी का चुनाव चिन्ह भी मिल गया है। चुनाव आयोग ने पदाधिकारियों के बहुमत के आधार पर पार्टी के चुनाव चिन्ह का फैसला अखिलेश यादव के पक्ष में सुनाया। चुनाव आयोग ने अखिलेश खेमे को ही असली सपा माना है।
पिता और पार्टी में चल रही लड़ाई में अखिलेश यादव की जीत हुई है तो मुलायम गुट को करारा झटका लगा है। भारतीय चुनाव आयोग ने सोमवार शाम को चुनाव चिन्ह साइकिल अखिलेश के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी को देने का फैसला सुनाया। आयोग ने उसी ही असली समाजवादी पार्टी माना, क्योंकि उनके पास 50 फीसदी से ज्यादा पदाधिकारियों का बहुमत है।
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक के बाद ये फैसला सुनाया। चुनाव चिन्ह पर ये फैसला 1968 के चिन्ह आदेश के तहत दिया गया। फैसला पर खुशी जताते हुए अखिलेश के रणनीतिकार कहे जाने वाले प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा, “आयोग ने सही फैसला सुनाया है, मेरे साथ ही प्रदेश के करोड़ों लोग उन्हें बधाई देंगे।” ऱामगोपाल यादव ने आगे कहा कि अखिलेश जल्द प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करेंगे, साथ ही उन्होंने कहा कि अखिलेश को दोबारा मुख्यमंत्री बनाना है। इसके लिए वो महागठबंधन भी कर सकते हैं। अखिलेश गुट की नेता कही जाने वाली जूही सिंह ने कहा कि आयोग के फैसले अखिलेश पर लगा प्रश्न चिन्ह हट गया है।
फैसले की ख़बर लखनऊ पहुंचे ही अखिलेश समर्थक और सपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास और सपा मुख्यालय जा पहुंचे और जश्न शुरु कर दिया। कार्यकर्ता अखिलेश के समर्थन में नारेबाजी करते हुए उऩ्हें दोबारा सीएम बनाने की बात कर रहे हैं। अखिलेश गुट ने लखऩऊ में बुलाए गए अधिवेशन के बाद मामला चुनाव आयोग पहुंच था तो वहां अपने पक्ष कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के समर्थन का हलफनामा दिया था हालांकि मुलायम कई आयोग गए लेकिन उन्होंने हलफनामा नहीं दिया।
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