बौध्दों के जरिये दलित वोट बैंक पर बीजेपी की नजर
Rishi Mishra 15 Oct 2016 9:13 PM GMT
लखनऊ। बौध्दों के जरिये भाजपा दलित वोटों पर निशाना साध रही है। डॉ़ भीमराव अंबेडकर हिंदू धर्म की कुरीतियों से तंग आकर आखिरकार बौध्द बन गए थे। जिसके बाद में लगातार दलित राजनीति में कहीं न कहीं बौध्द धर्म को शामिल करने का एक ट्रेंड तक चला। कांशीराम से लेकर मायावती तक ने बौध्दों पर सहानुभूति वर्षा कर के खुद को बड़ा दलित नेता बताने की कोशिश की। अब वही पैंतरा बीजेपी भी चल रही है। धम्म यात्रा से लेकर गौतमबुध्द के निर्वाणस्थल कुशीनगर और ज्ञानस्थल गया में स्मारकों के निर्माण तक में कहीं न कहीं दलित वोट बैंक की ओर नजर भाजपा की स्पष्ट नजर आती है। यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुद को गौतम बुध्द से जुड़ा हुआ पाने की बात कहते रहे हैं।
मायावती को लिया था निशाने पर
बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने कानपुर में शुक्रवार को धम्म यात्रा के समापन में मायावती को निशाने पर लिया था। मायावती को शाह ने कहा था कि उनके समय में दलितों का शोषण होता है। उन्होंने बौध्दों के लिए कुछ नहीं किया, जबकि मायावती ने इस धम्म यात्रा को ही अपने बयान में फरजी ठहरा दिया। कहा कि आरएसएस के लोग भिक्षु बन कर इसमें शामिल हुए हैं। कोई भी भिक्षु इसमें शामिल नहीं हुआ।
मायावती करती रहीं बौध्दों का सम्मान
बसपा सुप्रीमो समय समय पर बौध्दों का सम्मान करती रहीं। अपने जन्मदिन से लेकर डॉ अंबेडकर और कांशीराम की जयंती और परिनिर्वाण दिवस के मौके पर भिक्षुकों को चीवड़ दान करती रहीं हैं। इसके अलावा उन्होंने कानपुर रोड पर करीब 400 करोड़ रुपये की लागत से अपनी सरकार के समय में बौध्द विहार शांति उपवन का भी निर्माण करवाया था। मगर मायावती पर एक आरोप लगता रहा है कि उन्होंने अब तक बौध्द धर्म नहीं अपनाया है। वे केवल दिखावे का ही सम्मान करती हैं।
बौध्द मेला लगाएगी बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य रविवार को संकिसा फर्रूखाबाद और परसो बदांयू में रहेंगे। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा मनोज मिश्र ने बताया कि रविवार को मौर्य संकिसा, फर्रूखाबाद में बौद्ध मेला के कार्यक्रम में रहेंगे। परसो 17 अक्टूबर को प्रदेश अध्यक्ष बिल्सी, बिसौली और बदायूं विधानसभा की बूथ बैठक में भाग लेंगे।
मायावती की बैचेनी का परिणाम है यह बयान
बौध्द भिक्षुक नहीं संघ के प्रचारक संबंधित बयान पर भाजपा ने मायावती पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मायावती का बयान न केवल बौद्ध भिक्षुओ का अपमान है, बल्कि घोर निन्दनीय है। इस समय दलितों का रूझान भाजपा की तरफ बढ़ रहा है, समर्थन व्यापक हो रहा है, इसलिए मायावती बेचैन तथा परेशान है। दलितों का भरोसा मायावती से उठ गया है। उनका झुकाव भाजपा की ओर हो रहा है। मायावती की बेचैनी का परिणाम है यह बयान।
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