अपने जन्मदिन पर मायावती ने कहा, भाजपा और सपा के बीच में एक मौन समझ है

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   15 Jan 2017 1:21 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
अपने जन्मदिन पर मायावती ने कहा, भाजपा और सपा के बीच में एक मौन समझ हैबहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती।

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा अकेले चुनाव लड़ेगी। आज मायावती का जन्मदिन भी है।बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि कांग्रेस को गंभीरता से मत लीजिए, उसके तो आक्सीजन की नली लगी हुई है। मायावती ने दावा किया कि भाजपा और सपा के बीच में एक मौन समझ बनी हुई है। इसलिए मतदाता संभल कर वोट डाले।

नोटबंदी का फैसला केंद्र की भाजपा सरकार की सोची-समझी साजिश

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने का भरोसा व्यक्त करते हुए पार्टी प्रमुख मायावती ने आज कहा कि नोटबंदी का फैसला केंद्र की भाजपा सरकार की सोची-समझी साजिश है और राजनीतिक स्वार्थ में लिए गए इस फैसले से देश का आम आदमी अभी तक उबर नहीं पाया है।

मायावती ने यहां अपने 61वें जन्मदिन के मौके पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अपनी कमियों और विफलताओं से प्रदेश और देश की जनता का ध्यान बंटाने के लिए सोची समझी साजिश के तहत केंद्र की भाजपा सरकार ने राजनीतिक स्वार्थ में विधानसभा चुनाव घोषित होने से कुछ समय पहले आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी का फैसला किया।''

देश का मध्यम वर्ग अभी तक नोटबंदी से नहीं उबर सका

उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में लिए गए इस फैसले से देश की जनता विशेषकर मध्यम वर्ग अभी उबर नहीं पा रहा है। पचास दिन से ज्यादा बीत गए लेकिन अभी तक देश में हालात पहले की तरह सामान्य नहीं हुए। नोटबंदी से देश में डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

देशभर में ये भी आम चर्चा है कि नोटबंदी का ये फैसला लेने से पहले दस महीने में भाजपा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी पार्टी और राष्ट्रीय नेताओं और चंद पूंजीपतियों एवं धन्नासेठों के काले धन को पूरे तौर से ठिकाने लगवा दिया था।
मायावती सुप्रीमो बहुजन समाज पार्टी

मेरे परिवार व करीबियाें को निशाना बना रही है भाजपा सरकार

उन्होंने कहा कि इस बात में काफी कुछ सच्चाई इसलिए भी नजर आ रही है क्योंकि गत वर्ष हमारी पार्टी व परिवार के कुछ सदस्यों द्वारा एक ‘रुटीन' में नियमों के तहत बैंक खाते में जमा धन को भी भाजपा व केंद्र की सरकार ने सोची समझी राजनीतिक साजिश के तहत उसे मीडिया में ऐसे उजागर कराया जैसे कि ये हमारा धन काला धन है।

मायावती ने कहा कि भाजपा और मोदी में थोड़ी सी भी ईमानदारी और सच्चाई है और वे खुद को पूरी तरह बेदाग और दूध के धुले समझते हैं तो नोटबंदी का फैसला लागू करने से पहले के दस महीने और आठ नवंबर के बाद का पार्टी नेताओं और पूंजीपतियों के बैंक खातों का ब्यौरा सार्वजनिक करें।

उन्होंने कहा, ‘‘इन खातों में कितना धन जमा हुआ और किन-किन कार्यों पर कितना खर्च किया गया है, उसका भी हिसाब किताब देशवासियों के सामने देना चाहिए। लेकिन वे (भाजपा) ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि इससे उनका असली चेहरा सामने आ जाएगा कि वे कितने बेदाग हैं।''

ऐसी स्थिति में भाजपा एंड कंपनी के लोगों को अपने विरोधियों और उनके रिश्तेदारों के पास खासकर उनके काम को लेकर कुछ भी आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रहा है लेकिन फिर भी ये लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ में नैतिकता को दरकिनार करते हुए मान मर्यादा की हदों को पार कर रहे हैं।
मायावती सुप्रीमो बहुजन समाज पार्टी

बसपा कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने पर अमादा भाजपा

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव में खासकर बसपा की मजबूती देखकर और उसे सत्ता में आने से रोकने के लिए बसपा कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने के मकसद से भाजपा आए दिन कभी पार्टी तो कभी परिवार के लोगों पर आरोप लगा रही है।

मायावती ने कहा, ‘‘मेरे परिवार के लोग जो भी छोटा-मोटा कारोबार पिछले कई साल से कर रहे हैं और यदि केंद्र सरकार को उनके कारोबार में कुछ गड़बड़ी नजर आ रही थी तो ये लोग अब तक के आधे शासनकाल में क्या कर रहे थे। चुनाव के नजदीक आते ही मेरे परिवार में गड़बड़ी नजर आई अर्थात चुनाव के दौरान पार्टी और परिवार में सभी कमियां नजर आने लगी हैं।''

जन्मदिन के मौके पर मायावती ने ‘मेरे संघर्षमय जीवन और बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा' पुस्तक का विमोचन भी किया।

        

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.